पश्चिम बंगाल में इन दिनों 'बड़ा सियासी खेला' होने की बातें चर्चा में है। वहीं राज्य विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) छोड़ बीजेपी में आए मुकुल रॉय के बेटे और बीजेपी नेता शुभ्रांशु रॉय ने अब ममता बनर्जी का शुक्रिया अदा किया है और कहा है कि राजनीति में कुछ भी संभव है। इस बीच कयास लगाए जा रहे हैं कि रॉय की ये बातें बड़े सियासी संकेत हो सकते हैं।
शुभ्रांशु रॉय की मां कृष्णा रॉय कोविड-19 से संक्रमित हैं और उनका इलाज कोलकाता के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। इतना ही नहीं खुद मुकुल रॉय भी कोरोना से संक्रमित हैं और धीरे-धीरे वो इस संक्रमण से उबर रहे हैं। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी की युवा ईकाई के अध्यक्ष अभिषेक बनर्जी ने अस्पताल जाकर शुभ्रांशु रॉय की मां का हालचाल लिया था। जिसके बाद राजनीतिक विश्लषेक इस मुलाकात के कई मायने निकाल रहे थे। अब शुभ्रांशु रॉय ने ममता बनर्जी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा है कि वो जरुरत के समय उनके परिवार तक पहुंची थीं।
शुभ्रांशु रॉय ने कहा है कि 'मैं आभारी हूं कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विभिन्न तरीकों से मेरे पिताजी का हालचाल जाना। उनका परिवार जरुरत के समय हमारे साथ है।' 'न्यूज 18 बांगला' से बातचीत में शुभ्रांशु रॉय ने कहा कि पश्चिम बंगाल बंटवारे की राजनीति को स्वीकार नहीं करता है। मैं समझता हूं कि राजनीति में कुछ भी संभव है।'
उन्होंने अभिषेक बनर्जी का जिक्र करते हुए यह भी कहा कि 'मुख्यमंत्री के भतीजे ने कोलकाता के अपोलो अस्पताल का दौरा किया, जहां कृष्णा रॉय का इलाज चल रहा है। अभिषेक मेरी मां की सेहत की जानकारी लगातार 2 सप्ताहों से ले रहे हैं। एक विपक्षी पार्टी से होने के बावजूद वो मेरी मां को देखने के लिए आए थे, मैं उनका आभारी हूं।
गौरतलब है कि हाल के विधानसभा चुनावों में जहां मुकुल रॉय ने नदिया जिले की कृष्णानगर उत्तर सीट जीती थी तो वहीं उनके बेटे को उत्तर 24 परगना जिले की बीजपुर सीट से असफलता हाथ लगी थी। मुकुल रॉय के भाजपा में शामिल होने के बाद उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बनाया गया था।