अटल बिहारी वाजपेयी और चंद्रशेखर की सरकारों में वित्त और विदेश जैसे भारी भरकम मंत्रालय संभालने वाले सिन्हा ने मुंबई में उद्योगों से संबंधित एक कार्यक्रम में यह बात कही। सिन्हा से पूछा गया था कि वह नरेंद्र मोदी सरकार और पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह सरकार के बीच क्या फर्क देखते हैं। सिन्हा यहीं नहीं रुके, उन्होंने मोदी के मेक इन इंडिया कार्यक्रम की आलोचना करते हुए कहा कि अगर आप सबसे पहले भारत को बनाओगे तो बाकी सारी चीजें अपने-अपने हो जाएंगी। वित्त मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल को याद करते हुए सिन्हा ने कहा कि उन्होंने सड़क निर्माण में काम आने वाली भारी मशीनरी के आयात में टैक्स छूट दी थी जिससे राजमार्गों के निर्माण में तेजी आई और देश का विकास हुआ।
सिन्हा ने कहा, मैं उन दिमागी रूप से मृत लोगों में शामिल हूं। गौरतलब है कि मोदी की सरकार में सिन्हा के अलावा 75 वर्ष की उम्र पार कर चुके लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओं को कोई भूमिका नहीं दी गई। आडवाणी और जोशी को पार्टी के सक्रिय काम-काज से भी हटा दिया गया। हाल में जोशी ने सरकार की नमामि गंगे अभियान की आलोचना करते हुए कहा था कि यह कभी सफल नहीं हो सकता।