उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण को उनकी 122वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की और आपातकाल विरोधी आंदोलन के प्रतीक को सही मायने में "लोकनायक" बताया।
आदित्यनाथ ने हिंदी में एक्स पर पोस्ट किया, "महान स्वतंत्रता सेनानी, लोकतंत्र के महान उपासक, 'भारत रत्न' 'लोकनायक' जयप्रकाश नारायण को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन!"
उन्होंने कहा, "आपातकाल के दौरान उन्होंने राष्ट्र की लोकतांत्रिक चेतना को जागृत कर लोकतंत्र को बहाल करने में अविस्मरणीय योगदान दिया। वे सच्चे अर्थों में 'जनता के नेता' थे।"
उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य तथा समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण सहित अन्य लोगों ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से नारायण को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्हें प्यार से 'जेपी' कहा जाता था।
1902 में बिहार के सारण जिले में जन्मे नारायण एक प्रखर समाजवादी और स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने 70 के दशक में आपातकाल लगाने से पहले इंदिरा गांधी सरकार के कथित भ्रष्टाचार और दमनकारी राजनीति के खिलाफ एक लोकप्रिय आंदोलन का नेतृत्व किया था।
इसके बाद उन्होंने विपक्षी दलों को एकजुट किया और 1977 में आपातकाल के बाद हुए पहले चुनावों में कांग्रेस के खिलाफ जनता को लामबंद किया, जिससे सत्तारूढ़ पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा।
8 अक्टूबर 1979 को पटना में उनका निधन हो गया।