कांग्रेस ने अडाणी एंटरप्राइजेज पर कटाक्ष करते हुए गुरूवार को कहा कि अडाणी का नैतिक रूप से सही होने की बात करना वैसे ही है जैसे उनके 'प्रधान मेंटर द्वारा विनम्रता, सादगी और विशाल हृदयता के सद्गुणों का उपदेश देना है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि यह एंटायर पॉलिटिकल साइंस है।
बता दें कि अडाणी एंटरप्राइजेज ने बुधवार को अपने 20 हजार करोड़ रुपये के अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) को वापस लेने और निवेशकों का पैसा लौटाने की घोषणा की। हालांकि, कंपनी के एफपीओ को मंगलवार को पूर्ण अभिदान मिल गया था।
कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने अडानी एंटरप्राइजेज पर तंज कसते हुए गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि अडाणी का नैतिक रूप से सही होने की बात करना वैसा ही है जैसे उनके प्रधान मेंटर द्वारा विनम्रता, सादगी और विशाल हृदयता के सद्गुणों का उपदेश देना है। जयराम रमेश ने कहा कि यह एंटायर पॉलिटिकल साइंस है।
अडानी का नैतिक रूप से सही होने की बात कहना वैसे ही है जैसे उनके प्रधान मेंटर द्वारा विनम्रता, सादगी और विशाल हृदयता के सद्गुणों का उपदेश देना।
यह ‘एंटायर पॉलिटिकल साइंस’ है।
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) February 2, 2023
समझा जाता है कि अडाणी एंटरप्राइजेज ने यह कदम अमेरिका की शॉर्टसेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद उठाया है। अडाणी एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष गौतम अडाणी ने कहा, एफपीओ को पूर्ण अभिदान मिलने के बाद कल उसे वापस लेने के फैसले से कई लोगों को हैरानी हुई होगी, लेकिन कल बाजार में आए उतार-चढ़ाव को देखते हुए बोर्ड को लगता है कि एफपीओ को जारी रखना नैतिक रूप से सही नहीं होगा।
कंपनी ने एक बयान में कहा, "अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के बोर्ड, (एईएल) ने पूरी तरह से सब्सक्राइब किए गए एफपीओ के साथ आगे नहीं बढ़ने का फैसला किया। अभूतपूर्व स्थिति और मौजूदा बाजार की अस्थिरता को देखते हुए, कंपनी का लक्ष्य एफपीओ आय वापस करके अपने निवेश समुदाय के हितों की रक्षा करना है और पूर्ण किए गए लेन-देन को वापस लेता है।"