दरअसल आजाद ने आडचाणी और जोशी से हस्तक्षेप करने की मांग की थी लेकिन पार्टी ने बिना कारण बताए ही आजाद को निलंबित कर दिया। उसके बाद आडवाणी गुरुवार दोपहर मुरली मनोहर जोशी से मिलने उनके घर गए। जहां यशवंत सिन्हा और शांता कुमार भी मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक इन नेताओं ने मुलाकात के दौरान पार्टी की मौजूदा स्थिति को लेकर चर्चा की। बताया जा रहा है कि इन नेताओं ने पार्टी में बढ़ रहे असंतोष पर भी चिंता जताई।
गौरतलब है कि डीडीसीए मुद्दे पर कीर्ति आजाद वित्त मंत्री अरुण जेटली पर लगातार हमला करते रहे हैं। संसद सत्र के दौरान विपक्ष ने इसे मुद्दा भी बनाया। सत्र खत्म होते ही पार्टी ने आजाद को निष्कासित कर दिया। बिहार विधानसभा चुनाव में हार के बाद भी मार्गदर्शक मंडल के सदस्य आडवाणी, जोशी के अलावा यशवंत सिन्हा और शांता कुमार ने बयान जारी कर हार की जवाबदेही की मांग की थी और कहा था कि एक साल में पार्टी दिशाहीन हो गई है।
उधर भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कीर्ति आजाद का साथ देने का फैसला किया है।