इसी क्रम में शुक्रवार देर शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली के बीच सात रेसकोर्स में जमकर मंत्रणा हुई। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह भी इसमें मौजूद थे। सूत्रों के अनुसार बैठक में केंद्रीय मंत्रिपरिषद और पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में फेरबदल की संभावनाओं पर व्यापक चर्चा की गई। 26 मर्इ को मोदी सरकार अपना दूसरा साल पूरा करने जा रहा है। इस मौके पर वह असम की जीत का यशोगान करते हुए कैबिनेट में फेरबदल कर सकती है। फेरबदल के जरिए सरकार उत्तर प्रदेश को साधने के लिए नए ढंग से समीकरण खड़े कर सकती है। समझा जा रहा है कि कैबिनेट में उत्तर प्रदेश से नए चेहरे शामिल किए जा सकते हैं। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता कहते हैं कि यूपी को जीतने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे, हम उसे अपने हाथ से जाने नहीं देंगे। अध्यक्ष अमित शाह के दूसरे कार्यकाल के बाद अब तक राष्ट्रीय कार्यकारिणी में कोई बदलाव नहीं किया गया है। समझा जा रहा है कि इस बैठक में कैबिनेट के साथ ही भाजपा की नीति निर्धारक इकाइयों में बदलाव को लेकर भी चर्चा हुई है। बैठक में शीर्ष नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई, इसको लेकर हालांकि कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि बैठक का संबंध पार्टी और सरकार में बदलावों से हो सकता है। बैठक में यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर विस्तार से चर्चा हुई है।