बिहार में एनडीए में लोकसभा की सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा पर दबाव बनाने की राजनीति तेज हो गई है। पहले जदयू याद दिलाया था कि 2009 में जब वह राजग का हिस्सा था तो उसके खाते में 25 सीटें आईं थी। लोकतांत्रिक जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और नीतीश सरकार में पशु पालन मंत्री पशुपति कुमार पारस ने सात सीटों पर दावा किया है। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में लोजपा को जितनी सीटें मिलीं थी उनमें कटौती का सवाल ही नहीं है। 2014 के चुनाव में जदयू एनडीए में नहीं था और उसने सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़कर दो पर जीत हासिल की थी। मगर अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी एनडीए में है और सारा मामला इसी पार्टी को कितनी सीटें मिलें इस पर टिका हुआ है। ऐसे में गुरुवार को पटना में एनडीए की बैठक है और सभी की नजर उस ओर लगी हैं।
समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, पशुपति कुमार पारस ने कहा कि सीटों का बंटवारा कोई मुद्दा नहीं है। राजग के सभी सहयोगी बैठ कर सभी सीटों के बारे में बात करेगे। उन्होंने कहा कि इसके बाद जीतने की क्षमता रखने वाले उम्मीदवार को टिकट दिया जाएगा। उन्होंने साफ कहा कि लोजपा अपने कोटे की सीटों में कोई कटौती स्वीकार नहीं करेगी। पारस ने कहा कि पिछली बार के लोकसभा चुनाव में हम 40 में से सात सीटों पर चुनाव लड़े थे और छह पर जीते थे। हमारा सात सीटों पर दावा है।
There is no issue, all NDA allies will sit and discuss each and every seat, the winnable candidate will be chosen. No, there is no question of reduction in seats that will be allocated to LJP this time: Pashupati Kumar Paras,LJP on Bihar NDA alliance for 2019 LS polls pic.twitter.com/g9W8lb0faR
— ANI (@ANI) June 6, 2018
इससे पहले केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे और सांसद चिराग पासवान ने भी मांग की थी कि 2019 के चुनाव के लिए गठबंधन में सीटों पर नया फॉर्मूला बनना चाहिए क्योंकि अब हालात बदल चुके हैं. उन्होंने कहा था कि 2014 में एनडीए का समीकरण कुछ और था आज एनडीए में और भी दल आए हैं।