मोदी सरकार में अल्पसंख्यक मंत्रालय संभालने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बुधवार को जैसे ही अपने पद से इस्तीफा दिया राजनीतिक गलियारे में उनके इस्तीफे को लेकर तरह- तरह की बातें सामने आने लगी। कोई उनके उपराष्ट्रपति पद की दावेदारी पर बात करने लगा तो कोई इसका कारण जानने में जुट गया। इन सबके बीच गुरुवार को उनका बयान सामने आया जिसमें उन्होंने कहा कि राज्यसभा का कार्यकाल जरूर पूरा हुआ है लेकिन सियासी और सामाजिक जीवन का कार्यकाल पूरा नहीं हुआ है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री नकवी ने न्यूज ऐजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि राज्यसभा का कार्यकाल जरूर पूरा हुआ है लेकिन सियासी और सामाजिक जीवन का कार्यकाल पूरा नहीं हुआ है। इसलिए सितारों के आगे जहाँ और भी हैं अभी वक्त के इम्तिहां और भी हैं। पूरे समर्पण के साथ समाज के सरोकार को लेकर शुरू से जिस प्रकार काम करता रहा हूं, आगे भी करेंगे। ज्ञात हो कि मुख्तार अब्बास नकवी के अलावा केंद्रीय मंत्री के पद पर रहे आरसीपी सिंह ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि मैं समझता हूं कि राज्यसभा में मेरा कार्यकाल पूरा हो चुका है लेकिन मेरा राजनीतिक और सामाजिक कार्यकाल अभी पूरा नहीं हुआ है। समाज के लिए समर्पण और चिंता के साथ काम करता रहूंगा।
राज्यसभा का कार्यकाल जरूर पूरा हुआ है लेकिन सियासी और सामाजिक जीवन का कार्यकाल पूरा नहीं हुआ है। इसलिए सितारों के आगे जहाँ और भी हैं अभी वक्त का इम्तिहाँ और भी हैं। पूरे समर्पण के साथ समाज के सरोकार को लेकर शुरू से जिस प्रकार काम करता रहा हूं, आगे भी करेंगे: मुख्तार अब्बास नकवी pic.twitter.com/ndkFQylj6c
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 7, 2022
बता दें कि नकवी ने बुधवार को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी। वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्तार अब्बास नकवी की तारीफ की थी। मुख्तार अब्बास नकवी के अल्पसंख्यक मंत्रालय के पद से इस्तीफा देने के बाद केंद्रीय स्मृति ईरानी अतिरिक्त प्रभाकर के रूप में इस विभाग को संभालेंगी। वहीं इस्पात मंत्रालय की जिम्मेदारी केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को दी गई है।