कठुआ कांड पर जम्मू-कश्मीर में राजनीति तेज है। कथित तौर पर गैंगरेप और हत्या के आरोपियों के बचाव में रैली करने वाले भाजपा कोटे से राज्य सरकार में दो मंत्रियों के इस्तीफे के बाद मामला और तूल पकड़ने लगा है। जम्मू-कश्मीर की गठबंधन सरकार में शामिल भाजपा के सभी मंत्रियों ने इस्तीफे की पेशकश की है।
बताया जा रहा है कि भाजपा कोटे से मंत्रियों ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के सामने अपने-अपने इस्तीफे की पेशकश की है। अब इस पर अंतिम फैसला पार्टी प्रदेश अध्यक्ष को ही लेना है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक महबूबा मुफ्ती सरकार में प्रस्तावित फेरबदल को देखते हुए मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है। दूसरी तरफ इसे कठुआ मामले से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पार्टी ने अपने मंत्रियों को इस्तीफा देने को इसलिए कहा है ताकि नए चेहरों को कैबिनेट में जगह दी जा सके। कहा गया कि इस्तीफा देने का मतलब पीडीपी से समर्थन वापस लेना नहीं है, महबूबा सरकार को समर्थन जारी रहेगा।
जम्मू और कश्मीर के भाजपा प्रवक्ता खालिद जहांगीर ने आउटलुक इंडिया से कहा कि बैठक के दौरान भाजपा के राज्य महासचिव अविनाश खन्ना की अध्यक्षता में यह निर्णय लिया गया है। पार्टी के इस्तीफे का कोई सवाल ही नहीं है।
इस घोषणा के कुछ दिन पहले भाजपा के दो मंत्रियों, लाल सिंह और चंद्र प्रकाश गंगा ने कठुआ में इस साल की शुरुआत में आठ वर्षीय लड़की की गैंगरेप और हत्या के आरोपियों के कथित तौर पर समर्थन करने के आरोपों के बाद मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा सौंप दिया था।