बहुजन समाज पार्टी से जुड़े राजस्थान विधानसभा के सभी छह विधायक बसपा सुप्रीमो मायावती को बड़ा झटका देते हुए सोमवार देर रात सत्तारूढ़ कांग्रेस में शामिल हो गए।
छह बसपा विधायक- राजेंद्र गुड्ड (उदयपुरवाटी), जोगेंद्र सिंह अवाना (नदबई), वाजिब अली, लखन सिंह मीणा (करोली), संदीप यादव (तिजारा) और दीपिका खेरिया (किशनगढ़बास) ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।
ये सभी विधायक राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लगातार संपर्क में थे। विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी से मुलाकात की और उन्हें एक पत्र सौंपकर कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के अपने फैसले के बारे में सूचित किया।
विधायकों ने बताया- क्यों हुए शामिल?
उदयपुरवाटी के विधायक राजेंद्र गुड्ड ने बताया, "हमने सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ लड़ने और राज्य के विकास और सरकार की स्थिरता के लिए काम करने के लिए एक निर्णय लिया। अशोक जी सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री हैं और राजस्थान के लिए उनसे बेहतर कोई नहीं हो सकता। मैं उनके काम करने की शैली और विनम्रता से प्रभावित था।"
नदबई के विधायक जोगेंद्र सिंह अवाना ने कहा कि उनके लिए बाहर से कांग्रेस का समर्थन करना मुश्किल था। उन्होंने कहा, "हमने अपना त्याग पत्र दे दिया है और आज सीपी जोशी जी और अशोक जी से भी मुलाकात की। हमारे सामने कई चुनौतियां थीं। एक तरफ, हम राज्य के विकास के लिए कांग्रेस का समर्थन कर रहे थे और दूसरी तरफ, हम खिलाफ लड़ रहे थे।"
बसपा को छह सीटों पर मिली थी जीत
पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 100 सीटों पर जीत दर्ज की थी। बसपा के 6 विधायकों के समर्थन के अलावा, कांग्रेस को कुल 13 निर्दलीय विधायकों में से 12 का समर्थन प्राप्त था। हालांकि इस साल मार्च में सभी 12 निर्दलीय विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थे और कांग्रेस विधायकों की संख्या बढ़कर 112 हो गई थी।