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झारखंडः नमाज के लिए जारी बवाल के बीच कांग्रेस ने कहा पूजा-अर्चना के लिए खोलिये सूबे के बड़े मंदिर

रांची। झारखंड विधानसभा भवन में नमाज के लिए अलग कक्ष आवंटित किये जाने को लेकर मचे राजनीतिक बवाल के बीच...
झारखंडः नमाज के लिए जारी बवाल के बीच कांग्रेस ने कहा पूजा-अर्चना के लिए खोलिये सूबे के बड़े मंदिर

रांची। झारखंड विधानसभा भवन में नमाज के लिए अलग कक्ष आवंटित किये जाने को लेकर मचे राजनीतिक बवाल के बीच हेमन्‍त सरकार में शामिल कांग्रेस के मंत्रियों, विधायकों ने मुख्‍यमंत्री से मिलकर पूजा-अर्चना के लिए प्रदेश के बड़े मंदिरों को खोलने की का आग्रह किया है।
सिर्फ अल्‍पसंख्‍यकों के आराधना के लिए विधानसभा भवन में नमाज के लिए अलग कक्ष आवंटित करने पर भाजपा आंदोलनरत है। इसे वोट की खातिर सरकार की अल्‍पसंख्‍यक तुष्टिकरण की नीति बता रही है। विरोध स्‍वरूप रविवार को प्रदेश के विभिन्‍न जिलों में मुख्‍यमंत्री और विधानसभा अध्‍यक्ष का पुतला दहन किया गया। वहीं सोमवार को इसी मसले पर विपक्ष के भारी हंगामे के कारण सदन का काम-काज प्रभावित रहा। भाजपा के सदस्‍य वेल में आकर और रिपोर्टिंग टेबुल पर चढ़कर हंगामा करते रहे। भाजपा आरोप लगाती रही कि कोरोना संक्रमण के कारण एक तरफ मंदिरों में श्रद्धालुओं के पूजा-अर्चना पर रोक है वहीं सदन में नमाज की इजाजत दी गई है। पूर्व मुख्‍यमंत्री रघुवर दास ने तो विधानसभा अध्‍यक्ष को पत्र लिखकर 48 घंटे की मोहलत देते हुए कहा कि कक्ष आवंटन का फैसला वापस नहीं लिया गया तो वे विधानसभा के मुख्‍य द्वार के समक्ष धरना देंगे। वहीं सदन में भाजपा सदस्‍यों के हंमामा पर मुख्‍यमंत्री हेमन्‍त सोरेन ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि मन में अगर आस्‍था हो तो भगवान सभी जगह हैं लेकिन मन में राक्षस हो तो सब जगह दुश्‍मन ही दुश्‍मन नजर आयेंगे।
इधर विधानसभा स्थिति मुख्‍यमंत्री के कक्ष में मुलाकात कर कृषि मंत्री बादल ने पत्र देकर निवेदन किया कि देवघर के बाब बैद्यनाथ मंदिर, बासुकीनाथ मंदिर, छिन्‍नमस्तिका मंदिर राजरप्‍पा, चतरा में भद्रकाली मंदिर, रांची के पहाड़ी मंदिर सहित राज्‍य के दर्जनों बंद मंदिरों को पूजा-अर्चना के लिए खोला जाये। कहा है कि श्रद्धालु मंदिर खोलने का आग्रह कर रहे हैं। मंदिरों से बहुत से लोगों का रोजगार जुड़ा हुआ है। वर्तमान में कोरोना का प्रकोप भी घटा हुआ है। मुख्‍यमंत्री ने उचित निर्णय का भरोसा दिलाया। मौके पर कांग्रेस के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, कांग्रेस विधायक डॉ इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला, ममता देवी, राजेश कच्‍छप मौजूद थे। बहरहाल नमाज के लिए अलग कमरे का मुद्दा भाजपा और सत्‍ताधारी दोनों के लिए राजनीतिक खुराक होने के कारण विवाद आसानी से सुलझता नहीं दिख रहा है।

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