2019 लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी एनडीए से दूर जा रहे दलों को फिर से साधने में जुटी है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने संपर्क अभियान शुरू कर दिया है। अमित शाह आभियान के तहत देश की बड़ी हस्तियों से मिल रहे हैं। इसी सिलसिले में बुधवार को वह गठबंधन में यहयोगी शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से भी मुलाकात करेंगे।
अमित शाह और उद्धव की मुलाकात से पहले शिवसेना कठोर रुख के साथ नजर आ रही है। शिवसेना ने सामना के जरिए भाजपा पर निशाना साधा है। सामना में लिखा है कि अमित शाह इन चुनावों में किसी भी तरह 350 सीटें जीतना चाहते हैं। उनका सम्पर्क अभियान सराहनीय है। शिवसेना ने भाजपा के 'संपर्क फॉर समर्थन' मुहिम को संपर्क घोटाला करार दिया। शिवसेना ने संपादकीय में लिखा, ''उपचुनाव में भाजपा की दुर्दशा होने के बाद क्यों मिल रहे हैं? यह भी एक सवाल है। 2019 का चुनाव शिवसेना अपने दम पर लड़ने वाली है। पालघर उपचुनाव के नतीजे ने शिवसेना का स्वबल दिखा दिया है। ऐसे में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के इस संपर्क अभियान के पीछे 2019 का सार्वजनिक चुनाव एक वजह हो सकती है। लेकिन मूलत: सत्ताधारी दल का जनता से संपर्क टूट गया है और उसके पीछे का कारण ढूंढना होगा।''
सामना में लिखा है कि पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े हुए हैं, किसान सड़क पर हैं, इसके बाद भी भाजपा चुनाव जीतना चाहती है। जिस तरह भाजपा ने साम, दाम, दंड, भेद के जरिए पालघर का चुनाव जीता उसी तरह भाजपा किसानों की हड़ताल को समाप्त करना चाहती है। शिवसेना ने कटाक्ष करते हुए लिखा है, “चुनाव जीतने की शाह की जिद को हम सलाम करते हैं।”
सामना में लिखा है कि मोदी जहां पूरी दुनिया में घूम रहे हैं, वहीं शाह पूरे देश में घूम रहे हैं। भाजपा को उपचुनावों में हार मिली है, क्या इसलिए अब उसने सहयोगी पार्टियों से मिलना शुरू कर दिया है। चंद्रबाबू नायडू एनडीए छोड़ गए, नीतीश कुमार भी अलग बयान दे रहे हैं।
गौरतलब है कि अमित शाह आज उद्धव ठाकरे के अलावा उद्योगपति रतन टाटा, गायिका लता मंगेशकर, अभिनेत्री माधुरी दीक्षित से भी मुलाकात करेंगे। शाह इससे पहले अपने अभियान के तहत कपिल देव, बाबा रामदेव आदि हस्तियों से मिल चुके हैं। भाजपा का लक्ष्य है कि लगभग 1 लाख नामित लोगों से सीधा संपर्क किया जाए।