बाचू माराक ने तुरा में कहा कि वह गारो लोगों की भावनाओं से समझौता नहीं कर सकते। गारो होने के नाते अपने समुदाय के लोगों के हितों की रक्षा करना मेरा कर्तव्य है। बीफ खाना हमारी संस्कृति और परंपराओं का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि भाजपा की गैर धर्मनिरपेक्ष नीति उन्हें स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने बीती रात अपना इस्तीफा राज्य पार्टी अध्यक्ष शिबुन लिंग्दोह को सौंपा।
बाचू ने मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने के मौके पर ‘बीची’ (चावल की बीयर) और बीफ की पार्टी दिए जाने का ऐलान अपने फेसबुक पेज पर किया था। इसके बाद पार्टी नेतृत्व उनसे खफा हो गया था। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नलिन कोहली ने उनके खिलाफ कठोर कदम उठाने की बात कही थी।
बाद में उन्होंने इस्तीफे की घोषणा करने वाले फेसबुक पोस्ट पर लिखा, ‘‘परंपराएं और संस्कृति मेरी पहली प्राथमिकता है जबकि पार्टी आखिरी। केवल बीफ ही क्यों मुद्दा बना है, सूअर, चिकेन, बकरा या और जानवर क्यों नहीं।’’ बाचू से पहले इस्तीफा देने वाले बर्नाड माराक तूरा के इडेन बारी इलाके में 10 जून को बीफ पार्टी देने वाले हैं और संभावना है कि बाचू भी उसमें शामिल हों। उन्होंने कहा कि वह भाजपा के इस तरह के प्रयास के विरोध में बीफ पार्टी में शामिल होंगे। (एजेंसी)