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'जबतक मोदी है, तब तक ना सीएए रद्द होगा ना धर्म आधारित आरक्षण दिया जाएगा', पीएम ने बंगाल को दी 5 गारंटी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के गढ़ बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की आलोचना की...
'जबतक मोदी है, तब तक ना सीएए रद्द होगा ना धर्म आधारित आरक्षण दिया जाएगा', पीएम ने बंगाल को दी 5 गारंटी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के गढ़ बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की आलोचना की और राज्य सरकार पर टीएमसी शासन के दौरान राज्य में हिंदुओं को "दोयम दर्जे के नागरिक" में बदलने का आरोप लगाया। उन्होंने गारंटी देते हुए कहा कि जबतक मोदी है तब तक ना सीएए रद्द होगा और ना ही धर्म के आधार पर आरक्षण दिया जाएगा। 

बैरकपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि लोगों के उत्साही चेहरे उन्हें बताते हैं कि भाजपा को 2019 से भी अधिक जनादेश मिलने वाला है; बंगाल कह रहा है, "फिर एक बार, मोदी सरकार!"

पीएम मोदी ने कहा, "जबतक मोदी है धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जाएगा। दूसरी गारंटी- जबतक मोदी है SC-ST-OBC आरक्षण कोई खत्म नहीं कर पाएगा। तीसरी गारंटी- जबतक मोदी है रामनवमी मनाने, भगवान राम की पूजा करने से आपको कोई रोक नहीं पाएगा। चौथी गारंटी- जबतक मोदी है राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला है उस फैसले को कोई पलट नहीं पाएगा। पांचवी गारंटी- जबतक मोदी है CAA कानून को कोई भी रद्द नहीं कर पाएगा।"

उन्होंने कहा, "टीएमसी ने बंगाल में बम बनाने को कुटीर उद्योग बना दिया है। आज, एक आम आदमी के लिए बंगाल में अपनी आस्था का पालन करना मुश्किल हो गया है। जब लोग श्री राम का नाम लेते हैं तो टीएमसी उन्हें धमकी देती है। टीएमसी लोगों को अनुमति नहीं देती है, राम नवमी मनाने के लिए, कांग्रेस भी राम मंदिर के खिलाफ खड़ी है। क्या हमें देश को टीएमसी, कांग्रेस और वामपंथियों के हाथों में छोड़ देना चाहिए? एक टीएमसी नेता का कहना है कि वे हिंदुओं को भागीरथी नदी में फेंक देंगे। उन्हें यह सब कहने और करने की हिम्मत कहां से आती है? कौन उनका समर्थन कर रहा है? टीएमसी शासन लोगों को भगवान राम को लेने की अनुमति नहीं देता है नाम लें, और रामनवमी मनाएं। टीएमसी शासन के तहत बंगाल में हिंदू दोयम दर्जे के नागरिक बन गए हैं।" 

इससे पहले टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर ने मुर्शिदाबाद में एक चुनावी रैली के दौरान विवादित टिप्पणी करते हुए कहा था कि दो घंटे के अंदर हिंदुओं को भागीरथी नदी में डुबो दिया जाएगा, नहीं तो वह राजनीति छोड़ देंगे। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "यहां की तस्वीर बता रही है कि बंगाल में इस बार एक अलग माहौल है। कुछ अलग होने जा रहा है। पश्चिम बंगाल मोदी के मिशन पूर्वी भारत का बहुत महत्वपूर्ण राज्य है। आज़ादी के 50 साल तक कांग्रेस के परिवार ने ही सरकारें चलाई लेकिन कांग्रेस शासन में पूर्वी भारत को सिर्फ गरीबी मिली, सिर्फ पलायन मिला।"

उन्होंने कहा, "एक समय था जब बंगाल घुसपैठियों के खिलाफ क्रांति किया करता था लेकिन आज टीएमसी के संरक्षण में यहां घुसपैठिए फल-फूल रहे हैं। आज स्थिति यह है कि बंगाल में अपनी आस्था का पालन करना भी गुनाह हो गया है। बंगाल में टीएमसी सरकार राम का नाम नहीं लेने देती है।"

पीएम ने कहा, तुष्टिकरण की ज़िद में इंडी गठबंधन एससी, एसटी, ओबीसी को मिलने वाला आरक्षण भी छीनना चाहती है। ये लोग कह रहे हैं कि आरक्षण अब मुसलमानों को दिया जाए। पूरा का पूरा आरक्षण मुसलमानों को दिया जाए। कर्नाटक में कांग्रेस ने ओबीसी को मिलने वाले सारे आरक्षण मुसलमान को दे चुकी है। वोट बैंक की इसी राजनीति ने सीएए जैसे मानवता की रक्षा करने वाले कानून को विलेन बना दिया।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "कुछ साल पहले टीएमसी सरकार पर सीएजी की रिपोर्ट आई थी और रिपोर्ट में कहा गया कि टीएमसी ने 2,30,000 करोड़ रुपए का कोई हिसाब ही नहीं दिया है। सीएजी कह रही है यह पैसे कैसे और कहां खर्च हुए? इसका कोई हिसाब नहीं है। टीएमसी कितनी भ्रष्ट पार्टी है इसका उदाहरण है 'टीचर भर्ती घोटाला'। टीचर भर्ती के लिए राज्य सरकारने रेट कार्ड बनाए थे, रेट कार्ड बाज़ारों में बेचे जाते थे और पदों की बोली लगती थी, इस घोटाले के लिए शीट चलाए गए और फर्जी इंटरव्यू किए गए। कोर्ट को भी कहना पड़ गया कि इस घोटाले के पीछे सरकारी मशीनरी है।"

पीएम मोदी ने विवाद के कठघरे में खड़े संदेशखाली मामले पर भी टीएमसी को घेरा और पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए।

उन्होंने कहा, "संदेशखाली में क्या हो रहा है उसे देश देख रहा है। संदेशखाली के गुनहगार को पहले टीएमसी की पुलिस ने बचाया, अब नया खेल शुरू किया है, टीएमसी के गुंडे संदेशखाली में बहनों को डरा-धमका रहे हैं इसलिए क्योंकि अत्याचारी का नाम शाहजहां शेख है। उसके घर से बम-बंदूक निकल रहे हैं लेकिन वोट बैंक को खुश करने के लिए टीएमसी उसे क्लीन चिट दिलवाने में जुटी है।"

इस बीच प्रधानमंत्री ने अपनी रैली से पहले पश्चिम बंगाल के बैरकपुर में रोड शो भी किया।

गौरतलब है कि 13 मई को होने वाले चौथे चरण के मतदान में पश्चिम बंगाल की आठ लोकसभा सीटों के लिए मतदान होगा। निर्वाचन क्षेत्र बहरामपुर, कृष्णानगर, राणाघाट, बर्धमान पुरबा, बर्दवान-दुर्गापुर, आसनसोल, बोलपुर और बीरभूम हैं।

2014 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी ने राज्य में 34 सीटें जीती थीं, जबकि बीजेपी को 2 सीटों से संतोष करना पड़ा था। सीपीआई (एम) ने 2 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को 4 सीटें मिलीं।

हालांकि, भाजपा ने 2019 के चुनावों में बहुत बेहतर प्रदर्शन किया, टीएमसी की 22 सीटों के मुकाबले 18 सीटें जीतीं। कांग्रेस की सीटें घटकर सिर्फ 2 सीटें रह गईं, जबकि वामपंथियों को एक भी सीट नहीं मिली।

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