मध्यप्रदेश के बाद आखिर राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के लिए नाम तय हो गया है। राहुल गांधी ने 67 वर्षीय अशोक गहलोत के नाम पर मंजूरी दे दी है। वहीं, सचिन पायलट डिप्टी सीएम होंगे। इसके साथ ही वह प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी बने रहेंगे। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष ने छत्तीसगढ़ के नेताओं के साथ बैठक शुरू कर दी है। उम्मीद जताई जा रही है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का ऐलान भी आज हो सकता है।
शाम को कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस के पर्यवेक्षक के सी वेणुगोपाल ने गहलोत और पायलट के फैसले की औपचारिक घोषणा की। कांग्रेस नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल शाम 7 बजे जयपुर में राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह से मुलाकात करेगा। वहीं, गहलोत के मुख्यमंत्री बनने की घोषणा के बाद जयपुर में उनके घर के बाहर जश्न का माहौल है।
इससे पहले राजस्थान को लेकर राहुल गांधी के घर देर तक बैठक हुई। इस बैठक में सचिन पायलट और अशोक गहलोत समेत प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे भी मौजूद थे। राजस्थान के सीएम की रेस में गहलोत और सचिन दोनों के नाम थे।
गुरुवार को पूरा दिन चली मैराथन बैठकों के बाद भी फैसला नहीं हो पाया। सचिन पायलट के दमदार तर्कों और गहलोत की दावेदारी के बीच पूरा मामला अटक गया था, जिस पर आज फिर सुबह से सीएम पद को लेकर मंथन शुरू हो गया था।
वादे पूरे करेंगे
नामों की घोषणा होने के बाद गहलोत और सचिन पायलट ने एक साथ प्रेस कांफ्रेंस की। गहलोत ने कहा कि कांग्रेस ने जितने भी वादे किए हैं उन्हें पूरा किया जाएगा।
पायलट ने कहा, 'मैं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व अन्य को धन्यवाद देना चाहूंगा जिन्होंने अशोक गहलोत जी को राजस्थान का मुख्यमंत्री चुना। मेरा और अशोक जी का जादू पूरी तरह चल गया है और हम अब सरकार बनाने जा रहे हैं।
मिली हैं 99 सीटें
राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ तीनों ही राज्यों में कांग्रेस ने जीत हासिल की है। राजस्थान की 200 सीटों में से कांग्रेस को 99 मिलीं, जबकि भाजपा के हिस्से में 73 सीटें। मध्य प्रदेश की 230 में से 114 कांग्रेस को मिली हैं, वहीं छत्तीसगढ़ की 90 सीटों में से 68 सीटें कांग्रेस को मिली हैं।