असम में पहली बार विधानसभा की बैठक राज्य की राजधानी के बाहर हो रही है, क्योंकि बजट सत्र के पहले दिन की कार्यवाही कोकराझार में शुरू होने वाली है। दोपहर 12 बजे शुरू होने वाली बैठक की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से होगी, जो परंपरागत रूप से बजट सत्र के पहले दिन दिया जाता है।
असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और विधानसभा अध्यक्ष विश्वजीत दैमारी पहले से ही बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद (बीटीसी) के मुख्यालय शहर में मौजूद हैं, जबकि अन्य मंत्री और विधायक दोपहर बाद पहुंचने वाले हैं।
सरमा ने इसे ऐतिहासिक क्षण बताते हुए कहा कि यहां बैठक का आयोजन राज्य में शांति की वापसी और सभी लोगों के एकीकरण का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण के साथ-साथ बैठक का एक अन्य प्रमुख एजेंडा छठी अनुसूची क्षेत्रों के प्रशासन को मजबूत करना होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विशेष बैठक के संबंध में एक्स पर एक पोस्ट में बोडो समुदाय को सशक्त बनाने और बोडो आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए केंद्र और राज्य दोनों में एनडीए सरकारों के प्रयासों की पुष्टि की थी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट पर एक पोस्ट में कहा था कि यह बैठक बोडो समुदाय के विकास में तेजी लाने और उनकी संस्कृति को पोषित करने के दृष्टिकोण को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
स्पीकर दैमारी ने कहा कि राज्य की राजधानी के बाहर सदन की पहली बैठक आयोजित करना संसदीय लोकतंत्र को लोगों के करीब लाने का एक प्रयास है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बैठक के लिए कोकराझार का चयन विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह आदिवासी बहुल और छठी अनुसूची वाले क्षेत्रों सहित राज्य के सभी हिस्सों में विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
दैमारी ने कहा कि 'छठी अनुसूची क्षेत्रों के सामाजिक-आर्थिक और सर्वांगीण विकास' विषय को बैठक के दौरान विशेष एजेंडे के रूप में अध्यक्ष की पहल के तहत उठाया जाएगा।
विशेष बैठक यहां बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद विधान सभा भवन में आयोजित की जा रही है। बजट सत्र का शेष भाग गुवाहाटी में स्थायी विधानसभा भवन में आयोजित किया जाएगा।
यह सत्र 25 मार्च तक चलेगा, जिसमें असम के वित्त मंत्री अजंता नियोग 10 मार्च को वार्षिक बजट पेश करेंगे।