असम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शानदार जीत दर्ज कर फिर से सत्ता में वापसी की है। लेकिन, मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर रस्साकशी बरकरार है। पार्टी के नवनिर्वाचित विधायक दो धड़ों में बंट गए हैं। एक धड़ा मौजूदा मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल का समर्थन कर रहा है जबकि दूसरा धड़ा हिमंता बिस्व सरमा को मुख्यमंत्री बनाए जाने के पक्ष में है। अब दोनों चेहरे को पार्टी के वरिष्ठ आलाकमानों ने दिल्ली तलब कर लिया हैं।
दरअसल, निवर्तमान मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ही असम के अगले मुख्यमंत्री होंगे या बीजेपी उनकी जगह किसी नये चेहरे को प्राथमिकता देगी? ये स्थिति लगातार बनी हुई है। इसी को लेकर बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने असम में अगली सरकार के नेतृत्व को लेकर चर्चा करने के लिए असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्व सरमा को शुक्रवार को दिल्ली बुलाया है।
असम में बहुमत मिलने के बाद भी भाजपा की मुश्किलें बरकरार है। पार्टी अभी तक ये तय नहीं कर पाई है कि मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को बरकरार रखा जाया या फिर पार्टी में तेजी से उभरे हिमंत बिस्वा सरमा को नया मुख्यमंत्री बनाया जाए? असम बीजेपी के प्रवक्ता रूपम गोस्वामी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा है कि “सोनोवाल और सरमा अगली सरकार के गठन पर चर्चा के लिए शनिवार को दिल्ली के लिए रवाना होंगे।“
असम विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन को जीत मिली है। सूत्रों के मुताबिक सोनोवाल और सरमा की बैठक शनिवार को बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के महासचिव बी एल संतोष और अन्य नेताओं के साथ होगी है। हालांकि, ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे या नहीं।