कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने असम के कर्बी जिले में एक चुनाव रैली को संबोधित करते हुए कहा, हम चाहते हैं कि हर कोई सोचे और हर किसी की संस्कृति, भाषा के लिए काम करे तथा देश में किसी को नहीं कुचला जाए। भाजपा असम में क्या चाहती है। पहले वे आएंगे और आपका वोट मांगेंगे और फिर असम का शासन यहां से नहीं होगा, बल्कि नागपुर या प्रधानमंत्री कार्यालय से होगा। उन्होंने लोगों को यह चेतावनी भी दी कि भाजपा राज्य में सिर्फ हिंसा भड़काएगी और कांग्रेस द्वारा बनाए गए शांति के माहौल को खत्म कर देगी। राहुल ने कहा कि भाजपा जहां कहीं गई है वहां हिंसा लाई है और उसने शांति में खलल डाला है। उन्होंने हरियाणा का उदाहरण दिया जहां सत्ता में उसके आने के कुछ ही महीनों के अंदर जाट और गैर जाट समुदायों के बीच हिंसा हुई।
राहुल ने भाजपा पर सीधे तौर पर निशाना साधते हुए कहा कि आपने देखा कि गुजरात में क्या हुआ। बिहार में उन्होंने चुनाव से पहले हिंसा कराने की कोशिश की और असम में भी वे हिंसा फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। वे लोग आपके बारे में या असम के बारे में नहीं सोचते, वे पूरे देश पर सिर्फ एक विचारधारा और विचार थोपना चाहते हैं। राहुल ने कहा कि यदि समूचे देश में एक विचार थोप दिया जाए तो आपकी भाषा, आपके रीति रिवाज आपके इतिहास का क्या होगा। यह देश किसी एक का, या किसी एक विचार का नहीं है बल्कि विभिन्न भाषाओं के करोड़ों लोगों का है, यहां इतिहास जीवंत है और यह देश सबका है।
राहुल ने प्रधानमंत्री पर सीधा प्रहार करते हुए कहा कि उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान ढेर सारे वादे किए और जब कुछ महीनों बाद वह विधानसभा चुनाव के दौरान लौटे तब बिहार के लोगों ने इन वादों के बारे में पूछा तथा उन्हें सबक सिखाने का फैसला किया। उन्होंने एक सीधी लड़ाई में उन्हें वापस दिल्ली भेज दिया। अब असम के लोग भी यही करेंगे। राहुल ने लोगों से बिहार की तरह ही भाजपा को खारिज करने की अपील करते हुए उनसे कालाधन वापस लाने, महंगाई पर काबू पाने, असम को कोष देने और किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) मुहैया करने के मोदी के वादों के बारे में पूछा। राहुल ने कहा, जब मैंने उनसे संसद में उनके अधूरे वादों के बारे में पूछा, उन्होंने जवाब नहीं दिया। उन्होंने लोगों से कहा कि अब जब मोदी उनका वोट मांगने आएंगे तो वे उनसे ये सवाल करें।
अपनी रैली में राहुल ने राज्य के युवाओं को 10 लाख नौकरियां, सभी सरकारी पदों को भरने, दो लाख शिक्षकों की भर्ती करने, चावल दो रूपये किलोग्राम मुहैया करने, शीत भंडारण सुविधाएं तथा किसानों के लिए कृषि बैंक और सब के लिए आवास मुहैया करने का वादा भी किया।