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बदजुबानी को लेकर आजम खान का ट्रैक रिकॉर्ड है पुराना, जानिए उनके कुछ विवादित बयान

अपने विवादित बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खान...
बदजुबानी को लेकर आजम खान का ट्रैक रिकॉर्ड है पुराना, जानिए उनके कुछ विवादित बयान

अपने विवादित बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खान अक्सर ऐसा बयान दे देते हैं जो चर्चा का विषय बन जाता है। आजम खान ने पीएम नरेंद्र मोदी, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, जया प्रदा और राम मंदिर जैसे मामले को लेकर विवादित बयान दिए हैं। तो आइए जानते हैं उनके कुछ ऐसे बयानों के बारे में जो विवादित रहे।

बिना नाम लिए जयाप्रदा पर अभद्र टिप्पणी

उत्तर प्रदेश की रामपुर सीट से समाजवादी पार्टी प्रत्याशी आजम खान के अपनी प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार जयाप्रदा के खिलाफ कथित रूप से बेहद व्यक्तिगत अभद्र टिप्पणी किए जाने का एक वीडियो सामने आया है। वीडियो के मुताबिक, रामपुर में एक चुनावी सभा में खान ने कहा, ‘रामपुर वालों, उत्तर प्रदेश वालों, हिंदुस्तान वालों! उसकी असलियत समझने में आपको 17 बरस लग गए। मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनके नीचे का जो अंडरवियर है वह भी खाकी रंग का है। मैं 17 दिन में पहचान गया, आपको पहचानने में 17 बरस लगे, 17 बरस।'

हालांकि, आजम खान ने इस वीडियो में जयाप्रदा का नाम नहीं लिया है लेकिन भाजपा इसे जया के खिलाफ अभद्र टिप्पणी के रूप में पेश कर रही है। आजम खान के इस बयान पर काफी बवाल हुआ जिसके बाद उन्होंने सफाई देते हुए कहा, मैंने किसी का नाम नहीं लिया है। महिला आयोग ने आजम के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। इससे पहले आजम ने जयाप्रदा को नाचने वाली भी कहा था।

पीएम मोदी पर लगाया था पाकिस्तान का एजेंट होने का आरोप

आजम खान ने पीएम मोदी पर पाकिस्तान का एजेंट होने का आरोप लगाया था। रामपुर में एक आमसभा को संबोधित करते हुए आजम खान ने कहा था कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने बयान दिया है कि अगर पीएम मोदी फिर सत्ता में आते हैं तो दोनों देशों के बीच विवाद सुलझ जाएगा। आजम खान ने कहा कि मोदी-इमरान की ये कैसी मिलीभगत है?

एयर स्ट्राइक पर भी दिया था बयान

सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान ने भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के शिविर पर की गई एयर स्ट्राइक पर कहा था कि 400 लोग पड़ोसी मुल्क में मारे गए, लेकिन किसी का जनाजा नहीं दिखा। उन्होंने कहा कि यह बात वह अपने देश से नहीं, पड़ोसी मुल्क से पूछ रहे हैं। आजम ने कहा था, ‘अगर मैं प्रधानमंत्री होता तो पुलवामा हमले के बाद 40 सेकंड का भी इंतजार नहीं करता और हमला कर देता।  

मोदी सरकार को बताया था पापियों की सरकार

आजम खान ने मोदी सरकार पर विवादित बयान देते हुए सरकार को पापियों की सरकार कहा था। जया प्रदा ने आजम पर हमला करते हुए कहा कि पिछले चुनावों के दौरान आजम खान ने उन्हें अपनी दबंगई से डराकर रखा था।

बजरंग अली शब्द का किया इस्तेमाल

उत्तर प्रदेश में अली-बजरंगी विवाद लोकसभा चुनाव में एक बार फिर चर्चा में आ गया है. पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनाव प्रचार में कहा कि एसपी-बीएसपी को अली पर भरोसा है तो हमें बजरंग बली पर भरोसा है। इसके बाद इस मुद्दे पर एसपी नेता आजम खान ने बजरंग अली शब्द का जिक्र किया। आजम खान के इस शब्द के प्रयोग करने से इस पर विवाद गहरा गया।

जयाप्रदा पर की थी इस तरह की टिप्पणी

जयाप्रदा और आजम खान के रामपुर के झगड़े को आप भूले नहीं होंगे। ये बात 2009 के लोकसभा चुनाव की है। आजम खान के जबरदस्त विरोध के बावजूद मुलायम सिंह ने जयाप्रदा को टिकट दे दिया। वे लोकसभा चुनाव लड़ने रामपुर पहुंच गईं। आजम खान और उनके समर्थकों ने उन्हें हराने के लिए सारी ताकत लगानी शुरू कर दी। आजम ने जयाप्रदा को ‘नचनिया’ से लेकर ‘घुंघरू वाली’ तक कह डाला। पूरे शहर में उनकी फिल्मों के अंतरंग दृश्यों के पोस्टर तक लगाए गए लेकिन जयाप्रदा घूम घूम कर वोटरों के बीच आजम खान को भैया कहकर संबोधित करती रहीं। आजम को छोड़ कर पूरी पार्टी जया के समर्थन में रही और आखिरकार जयाप्रदा 30 हजार वोटों से चुनाव जीत गईं थीं।

आजम खान के निशाने पर सीएम योगी भी

सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा राम मंदिर पर दिए बयान को लेकर एसपी नेता आजम खान ने उन पर निशाना साधा था। आजम खान ने कहा था कि ऐसे लोगों को तो जेल में होना चाहिए। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से योगी को जेल भेजने की मांग भी की थी। दरअसल सीएम योगी ने 24 घंटे के भीतर अयोध्या विवाद का निपटारा करने का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि राम मंदिर मसले पर लोगों का धैर्य समाप्त हो रहा है और सुप्रीम कोर्ट इस विवाद पर जल्द आदेश देने में असमर्थ है। योगी आदित्यनाथ ने कहा था, इसे हमारे हवाले कर देना चाहिए और 24 घंटे के भीतर इसका समाधान हो जाएगा।

अखिलेश को एयरपोर्ट पर रोके जाने पर कही थी ये बात

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ कार्यक्रम में जा रहे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लखनऊ एयरपोर्ट पर रोके जाने से नाराज सपा नेता आजम खान ने रामपुर में कहा था, 'अगर ये झूठा लोकतंत्र है, तब भी नहीं रोका जाना चाहिए था। इससे यही आशय निकला कि उनके जाने से कोई खतरा पैदा हो जाएगा। वह सही बात कहेंगे जो छात्रों तक जाएगी। छात्रों में रिवॉल्ट पैदा होगा इसलिए रोका है।' उन्होंने आगे कहा था कि लेकिन कहा ये जा रहा है कि कभी योगी जी को भी रोका गया था, इसलिए अखिलेश जी को रोका गया है। योगी जी में और अखिलेश जी में बहुत फर्क है, जो मुकदमे वापस करने के लिए योगी जी ने अपनी सिफारिश की है उसमें 302 का मुकदमा है, जो अखिलेश जी पर नहीं है। यह बुनियादी फर्क है दोनों में।

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के लिए बोली थी ये बात

पूर्व कांग्रेसी नेता व देश के राष्ट्रपति रहे प्रणव मुखर्जी को भारत रत्न सम्मान के लिए नामित किए जाने पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान ने कहा था कि आरएसएस की दावत कुबूलने के लिए उन्हें (पूर्व राष्ट्रपति) यह इनाम मिला है। आजम खान ने कहा था कि इसमें कोई राजनीति नहीं है, उन्होंने आरएसएस के हेड क्वार्टर जाने की दावत कुबूल की थी, उसके बदले में आरएसएस को कुछ तो देना था। यह उसी का इनाम है।

राममंदिर पर भी बोले थे आजम

राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के मुद्दे पर आजम ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने ताजमहल को भी शिवमंदिर बताया था। हमने तो उनसे यह भी कहा था कि ताजमहल गिराने चलेंगे। साथ में दस-पांच हजार ऐसे मुसलमानों को भी ले चलेंगे जो देखने से मुसलमान लगें। बड़ा बल दिया हमने उनकी बात को, लेकिन वह तो ताजमहल पर झाड़ू देने पहुंच गए। पिछले दिनों राम मंदिर को लेकर जब धर्म संसद की बात हुई तो मैंने संतों से कहा कि भरोसा दिलाइए कि राममंदिर बनाएंगे और चलिए अयोध्या। मगर जब दिल्ली के रामलीला मैदान में ही राममंदिर बनाना है तो बात ही खत्म हो गई। आप कूच करिये अयोध्या के लिए, मैं हरी झंडी दिखाने चलूंगा।

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