लोकसभा चुनाव 2019 के एग्जिट पोल में भाजपा-एनडीए को बहुमत मिलता दिख रहा है। नतीजे 23 मई को आने हैं। विपक्षी दलों ने एक्जिट पोल के नतीजों को सिरे से नकार दिया है तथा ईवीएम पर सवाल उठाए हैं। ईवीएम और वीवीपैट सुरक्षा के बारे में शिकायत करने के लिए मंगलवार को विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग जाएगा।
इससे पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी नेता चन्द्रबाबू नायडू ने कहा, 'मतगणना प्रक्रिया में कई समस्याएं हैं। चुनाव आयोग को उन सभी समस्याओं को हल करने के लिए कदम उठाना चाहिए। ईवीएम को लेकर कई तरह की अफवाहें हैं, जिनमें यह भी शामिल है कि प्रिंटर्स के साथ छेड़छाड़ हो सकता है और कंट्रोल पैनल को चेंज किया जा सकता है। चुनाव आयोग ने शक की गुंजाइश दी है।'
'बातों में उलझाने की साजिश'
पश्चिम बंगाल की मखुयमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि मैं एग्जिट पोल पर भरोसा नहीं करती हूं। खेल ही यह है कि बातों में उलझाकर ईवीएम को बदला जाए। मैं सभी पार्टियों से अपील करती हूं कि एक साथ रहें। हम साथ मिलकर यह लड़ाई जीतेंगे।
'पूरी दुनिया में बैलेट पेपर से चुनाव'
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा है कि एग्जिट पोल के जरिए भाजपा छोटे दलों को 23 मई के नतीजों से पहले ही लुभा रही है। उन्होंने ट्वीट किया, 'सभी विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन में ईवीएम की विश्वसनीयता पर चिंता जाहिर की थी। विपक्षी दलों ने सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे और बैलेट पेपर से चुनाव की मांग की थी। इससे दोषपूर्ण ईवीएम से बचा जा सके, जिसमें फर्जीवाड़े की संभावना है। पूरी दुनिया यहां तक कि विकसित देशों में भी बैलेट पेपर से चुनाव कराए जा रहे हैं।
'असली खेल ईवीएम है'
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा, 'क्या असली खेल ईवीएम है? क्या पैसे देकर एग्जिट पोल कराया गया? यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, दिल्ली, बंगाल हर जगह भाजपा ही जीत रही है, ये कौन यकीन करेगा? सभी दल चुनाव आयोग से मिलकर वीवीपैट-ईवीएम के मिलान में गड़बड़ी पर इलेक्शन रद्द करने की मांग करें।' इसके अलावा कांग्रेसी नेता राशिद अल्वी, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी एग्जिट पोल और ईवीएम पर सवाल उठाए हैं।