चुनाव आयोग से पहले कर्नाटक चुनाव की तारीखों की घोषणा को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक ओर जहां भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने पहले ही चुनाव तारीख बताते हुए ट्वीट किया, वहीं अब खुद को कर्नाटक कांग्रेस सोशल मीडिया प्रभारी बताने वाले शख्स पर भी चुनाव आयोग से पहले चुनाव की तारीख बताने का आरोप लग रहा है।
दरअसल, श्रीवत्स नाम से एक अनवेरिफाइड ट्विटर अकाउंट है, जो कि खुद को कर्नाटक कांग्रेस सोशल मीडिया इंचार्ज बता रहा है उसने भी चुनाव आयोग से पहले ही तारीख वाला ट्वीट किया था।
Karnataka Congress social media in-charge also announced poll dates much before EC did. Incidentally, both BJP’s Amit Malviya & he tweeted at the same time, got polling date right but results date wrong. pic.twitter.com/vV8C6jZhW6
— Ruhi Tewari (@RuhiTewari) March 27, 2018
बता दें कि जिस वक्त दिल्ली में चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही थी। उसी दौरान सुबह 11 बजकर 8 मिनट पर मालवीय ने ट्वीट किया। जबकि मुख्य चुनाव आयुक्त ने तब तक तारीखों का ऐलान नहीं किया था। मालवीय ने ट्वीट किया कि कर्नाटक में 12 मई को वोटिंग होगी और मतगणना 18 मई को होगी। वैसे ही 11 बजकर 8 मिनट में कांग्रेस के सोशल मीडिया इंचार्ज ने भी ट्वीट किया था।
वहीं विवाद बढ़ने पर अमित मालवीय ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया । अपनी सफाई में अमित मालवीय ने कहा कि उन्होंने ये जानकारी टाइम्स नाउ न्यूज चैनल के हवाले से मिली थी।
जहां मालवीय के ट्वीट के बाद कांग्रेस के कई बड़े नेता भाजपा पर हमलावर हो गए। कांग्रेस ने चुनाव आयोग को अमित शाह पर एफआईआर दर्ज करने की भी सलाह दे डाली। वहीं अब कांग्रेस सोशल मीडिया प्रमुख के नाम आने पर अब खुद भी फंसती दिखाई दे रही है। बहरहाल चुनाव आयोग ने इस मामले को गंभीर बताते हुए सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। जिसके बाद भाजपा का एक प्रतिनिधि मंडल आयोग से मिलने पहुंचा। आगे अब सियासी दलों का रुख क्या होता है यह जल्द ही पता चल जाएगा लेकिन चौतरफा घिरी भाजपा को पलटवार करने का मौका जरूर मिल गया है।