पश्चिम बंगाल में शुक्रवार को नए विधानसभा सत्र के पहले दिन ही सदन में ज़ोरदार हंगामा हुआ। भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ के भाषण में चुनाव बाद हुई हिंसा का जिक्र ना होने पर नारे लगाए और विरोध दर्ज करते हुए विधानसभा से बाहर आ गए। राज्यपाल जब अपना अभिभाषण पढ़ रहे थे तो भाजपा विधायकों ने भारत माता की जय, जय श्री राम के नारे लगाए और हंगामा किया। राज्यपाल को अपना भाषण छोटा कर बीच में ही खत्म करना पड़ा।
राज्यपाल के सदन से बाहर निकलने के दौरान उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी थीं। हंगामा कर रहे बीजेपी के विधायकों के हाथों में हिंसा के कथित तौर पर शिकार बने लोगों की तस्वीरें थी। नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि चुनाव बाद हुई हिंसा बड़ा मुद्दा है। लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि विधायकों को जो अभिभाषण की कॉपी दी गई थी उसमें चुनाव बाद हुई हिंसा का कोई जिक्र नहीं था।
सत्र शुरू होने से पहले ही राज्यपाल और राज्य सरकार के बीच टकराव चल रहा है। राज्यपाल को जो भाषण देना था, वह राज्य सरकार ही तैयार करती है। लेकिन जगदीप धनखड़ ने कंटेंट पर आपत्ति जाहिर की थी, लेकिन सरकार ने साफ किया कि संबोधन कैबिनेट से पारित हो चुका है।
दो मई को विधानसभा चुनाव के नतीजे के बाद बंगाल में कई जगहों पर हिंसा हुई थी। इस हिंसा को लेकर बीजेपी लगातार बंगाल सरकार पर सवाल उठा रही है। विपक्ष का कहना है कि पुलिस हमले के दौरान मूकदर्शक बनी रही जबकि राज्य सरकार का कहना है कि शपथ ग्रहण समारोह के बाद एक भी हिंसा नहीं हुई है। इससे पहले कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी चुनाव आयोग के पास थी। सत्र 8 जुलाई तक ही चलेगा। सात जुलाई को राज्य सरकार का बजट पेश किया जाना है।