उन्होंने जोर दिया कि उन्हें राम जन्मभूमि अभियान में अपनी भूमिका के लिए गर्व है और इस बात को लेकर कोई अफसोस या खेद नहीं है। उमा ने कहा कि वह अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के मार्ग में कोई भी सजा भुगतने को तैयार हैं। उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय ने भाजपा के शीर्ष नेताओं लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती आदि के खिलाफ वर्ष 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में लगे आपराधिक साजिश के आरोपों को बहाल करने की सीबीआई की याचिका को आज स्वीकार कर लिया है।
न्यायालय ने नेताओं और कारसेवकों के खिलाफ लंबित मामलों को भी इस मामले में शामिल कर दिया और कहा कि कार्यवाही दो साल में पूरी हो जानी चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण जरूर होगा और वह बुधवार की रात अयोध्या जायेंगी और रामलला का आशीर्वाद प्राप्त करेंगी।