लोकसभा चुनाव नतीजे आने से ठीक दो दिन पहले मंगलवार की शाम को अमित शाह की तरफ से डिनर पर बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार, शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे समेत एनडीए के कई नेता शरीक हुए।
डिनर से पहले, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह ने नई दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में केन्द्रीय मंत्रियों से मुलाकात की और पिछले पांच वर्षों के दौरान राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा को लेकर उनका 'धन्यवाद' किया।
इसके फौरन बाद अमित शाह ने ट्वीट करते हुए लिखा- “मैं टीम मोदी सरकार को पिछले पांच वर्षों के दौरान उनकी कड़ी मेहनत और यादगार उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नए भारत के लिए इस सिलसिला को बनाए रखें।”
उत्साहित हैं एग्जिट पोल से
रविवार को आए एग्जिट पोल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दोबारा वापसी दिखाए जाने के बाद बीजेपी काफी उत्साहित है। ज्यादातर एक्जिट पोल के मुताबिक एक बार फिर भाजपा नीत राजग बहुमत से केन्द्र में सरकार बनाता दिख रहा है। लगभग सभी एक्जिट पोल में भाजपा नीत गठबंधन को 272 के जादुई आंकड़े को पार करता दिखाया गया है।
एक्जिट पोल पर क्या बोले जेटली
एग्जिट पोल के आने के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी विशेष टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव का परिणाम एग्जिट पोल के अनुरूप ही होगा। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल के अनुरूप ही चुनाव परिणाम आने की स्थिति में नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली राजग एक बार फिर सत्ता में आएगी। लगभग सभी एक्जिट पोल में भाजपा नीत गठबंधन को 272 के जादुई आंकड़े को पार करता दिखाया गया है। जेटली ने अपने ब्लॉग ‘एक्जिट पोल का संदेश' में कहा कि हम में से कई एक्जिट पोल की सत्यता और उसके सटीक होने को लेकर तकरार कर सकते हैं।
‘विभिन्न एक्जिट पोल में एक समान संदेश है’
जेटली ने आगे कहा कि लेकिन वास्तविकता यह है कि विभिन्न एक्जिट पोल में एक समान संदेश है और परिणाम भी मोटे तौर पर इसी संदेश के अनुरूप होंगे। उन्होंने कहा कि एक्जिट पोल में ईवीएम का कोई योगदान नहीं होता है और ऐसे में अगर आम चुनाव का वास्तविक परिणाम भी अगर एक्जिट पोल के अनुरूप रहता है तब विपक्ष द्वारा उठाये गए फर्जी ईवीएम मुद्दे का भी अस्तित्व नहीं रह जाएगा।
‘गांधी परिवार ग्रैंड ओल्ड पार्टी के लिए बोझ बन गया है’
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि अगर एक्जिट पोल 2014 के चुनाव परिणाम की तरह होते हैं तब यह स्पष्ट हो जायेगा कि भारतीय लोकतंत्र काफी परिपक्व हो गया है। मतदाता अपनी पसंद चुनने से पहले राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि मानते हैं। जब अच्छे विचार रखने वाले लोग समान विचार के साथ एक ही दिशा में वोट करते हैं तब यह लहर पैदा करता है। कांग्रेस का उल्लेख करते हुए अरुण जेटली ने कहा कि गांधी परिवार ग्रैंड ओल्ड पार्टी के लिये बोझ बन गया है।
‘बंगाल के नतीजे राजनीतिक विशेषज्ञों के लिए चौंकाने वाले होंगे’
भाजपा महासचिव राम माधव ने कहा कि बंगाल के नतीजे राजनीतिक विशेषज्ञों के लिए चौंकाने वाले होंगे। हमें यहां भाजपा के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। नरेंद्र मोदी को बंगाल से काफी समर्थन मिला। बंगाल में इस बार हम 2014 में मिली उत्तरप्रदेश जैसी कामयाबी हासिल करेंगे। उन्होंने कहा कि शुरुआत से ही महागठबंधन पूरी तरह से फेल रहा। कई पार्टियों ने कोशिश की लेकिन एक भी राज्य में उन्हें कामयाबी नहीं मिली। अब मतदान के बाद भी कोशिश जारी है, लेकिन इसकी उम्मीद बहुत कम हैं।
एग्जिट पोल्स पर विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रियाएं
शशि थरूर
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने एग्जिट पोल्स को खारिज करते हुए कहा कि हमें असली नतीजों के लिए 23 मई का इंतजार करना चाहिए। पिछले दिनों ऑस्ट्रेलिया में 56 एग्जिट पोल्स गलत साबित हुए हैं। भारत में सरकार के डर से कोई चुनाव की सच्चाई नहीं बताता है।
चंद्रबाबू नायडू
तेदेपा प्रमुख और आंधप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि एग्जिट पोल्स जनता की नब्ज पकड़ने में नाकाम रहे। एक बार फिर यह गलत साबित होंगे। उम्मीद है कि आंध्र में तेदेपा सत्ता में लौटेगी और केंद्र में गैर-एनडीए दलों की सरकार बनेगी।
ममता बनर्जी
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे एग्जिट पोल की गॉसिप पर भरोसा नहीं, यह सिर्फ ईवीएम में गड़बड़ी या उन्हें बदलने का एक गेम प्लान है। सभी विपक्षी दलों से अपील करती हूं कि एकजुट होकर लड़ाई लड़ें। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या दिल्ली की मीडिया ने विश्वसनीयता खो दी? तथाकथित एग्जिट पोल्स सिर्फ भ्रमित करेंगे। हम जनता के फैसले का इंतजार करेंगे।
उमर अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया- सभी एग्जिट पोल गलत नहीं हो सकते। अब टीवी बंद करने और सोशल मीडिया से दूर रहने का वक्त है। 23 मई के नतीजे दुनिया देखेगी।
अमरिंदर सिंह
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि एग्जिट पोल्स की विश्वसनीयता पर हमेशा सवाल उठते रहे हैं। 50 साल की राजनीति में इस पर भरोसा करने की कोई वजह नहीं। मुझे लगता है कि कांग्रेस न सिर्फ पंजाब बल्कि देशभर में बेहतर प्रदर्शन करेगी।
सोनिया ने 23 मई को बुलाई बैठक
यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने 23 मई को गैर-एनडीए दलों को बैठक के लिए बुलाया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस का मानना है कि भाजपा को इस बार बहुमत नहीं मिलेगा। इसी के मद्देनजर यूपीए प्रमुख ने सेक्युलर पार्टियों के नेताओं को निमंत्रण भेजा है। इनमें शरद पवार, द्रमुक प्रमुख एमके स्टालिन, राजद और टीएमसी के नेता शामिल हैं। इसके लिए कांग्रेस ने चार नेताओं की टीम बनाई है, जिसमें अहमद पटेल, पी.चिदंबरम, गुलाम नबी आजाद और अशोक गहलोत हैं।