इस कड़ी में मोदी बिहार को दो ट्रेनों का तोहफा देने जा रहे हैं और 38 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन भी देश को समर्पित करेंगे। मोदी रेल मंत्री सुरेश प्रभु के साथ राजगीर-बिहारशरीफ-दनियावां-फतुआ यात्री गाड़ी और पटना-मुम्बई एसी सुविधा एक्सप्रेस को पटना में वेटेरिनरी कॉलेज मैदान से शुरू करेंगे। रेलमंत्री प्रभु पहले ही बिहार में हैं। उन्होंने कहा कि बिहार अधिक जनसंख्या के चलते महत्वपूर्ण है और रेलवे को अपनी सेवाओं में सुधार करने की जरूरत है। उन्होंने ट्वीट किया, बिहार में, सभी परियोजनाओं, सेवाओं में सुधार करने के तरीकों की समीक्षा कर रहा हूं ताकि हमारे यात्रिायों को सुविधा मिल सके। बिहार बड़ी जनसंख्या के साथ महत्वपूर्ण राज्य है। हमें यहां सुधार करने की जरूरत है। प्रभु ने इस वर्ष के रेल बजट में बिहार में यात्री सुविधाओं के लिए 446 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। परियोजनाओं में तेजी लाते हुए उम्मीद है कि रेलवे पटना-गंगा और मुंगेर-गंगा पुलों को वर्तमान वित्तीय वर्ष में शुरू कर देगा क्योंकि इसके लिए धनराशि आवंटित कर दी गई है। रेल बजट 2015-2016 में बिहार के लिए 2393 करोड़ रुपये का कुल परिव्यय आवंटित किया गया है जो पिछले वर्ष के मुकाबले 144 प्रतिशत अधिक है। बिहार में विधानसभा चुनाव इस वर्ष के अंत में होना है।
मोदी विधानसभा चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत मुजफ्फरपुर के चक्कर मैदान में एक रैली को संबोधित कर करेंगे। केन्द्रीय कृषिमंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की मुजफ्फरपुर रैली से चुनाव का आगाज होगा। मुजफ्फरपुर में होने वाली रैली की तैयारियों का निरीक्षण कर रहे सिंह ने कहा कि रैली में उमड़ने वाली भीड़ ऐतिहासिक होगी और यह स्वतंत्रता के बाद मुजफ्फरपुर में आयोजित सबसे बड़ी रैली होगी। राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर चुटकी लेते हुए सिंह ने कहा कि रैली के प्रभाव के बारे में सोचकर ही कुछ लोगों को चक्कर आने लगे हैं।
सिंह ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री की रैली राजग की एकता का प्रदर्शन करेगी। रैली में भाजपा के शीर्ष नेताओं सहित रामविलास पासवान (लोजपा), उपेन्द्र कुशवाहा (रालोसपा) और जीतन राम मांझी (हम) जैसे सहयोगी गठबंधन दलों के नेता भी शामिल होंगे।