विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज रविवार को बिहार के सासाराम से अपनी 1,300 किलोमीटर लंबी 'मतदाता अधिकार यात्रा' शुरू करेंगे, जो बिहार के 20 से अधिक जिलों से होकर गुजरेगी। इस यात्रा के साथ ही कांग्रेस 'वोट चोरी' के खिलाफ अपना अभियान तेज कर रही है।
विधानसभा चुनाव में अब मुश्किल से तीन महीने बाकी हैं, ऐसे में गांधी, राजद के तेजस्वी यादव और महागठबंधन के अन्य नेताओं के साथ सासाराम के बियाडा मैदान से यात्रा शुरू करेंगे और 16 दिनों के बाद 1 सितंबर को पटना में एक रैली के साथ यात्रा का समापन होगा।
गांधी आज शाम औरंगाबाद के रमेश चौक पर एक सभा को भी संबोधित करेंगे।
शनिवार को एक्स पर हिंदी में लिखे एक पोस्ट में गांधी ने कहा था, "16 दिन, 20 से ज़्यादा ज़िले, 1,300 से ज़्यादा किलोमीटर। हम मतदाता अधिकार यात्रा लेकर जनता के बीच आ रहे हैं। यह सबसे बुनियादी लोकतांत्रिक अधिकार - 'एक व्यक्ति, एक वोट' की रक्षा की लड़ाई है।" उन्होंने आगे कहा, "संविधान बचाने के लिए बिहार में हमारे साथ आइए।"
पार्टी नेताओं ने बताया कि यह यात्रा हाइब्रिड मोड में होगी, जिसमें पैदल और वाहन दोनों शामिल होंगे, जैसा कि लोकसभा चुनाव से पहले गांधी की मणिपुर से मुंबई भारत जोड़ो न्याय यात्रा थी।
शनिवार को नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने दावा किया था कि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) ने वास्तव में दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक समुदायों, गरीब लोगों और दिहाड़ी मजदूरों से जुड़े लाखों मतदाताओं को मताधिकार से वंचित करने की भाजपा की साजिशों को उजागर कर दिया है।
उन्होंने आरोप लगाया था कि यह न केवल हमारे वोट चुराने की साजिश है, बल्कि हमारी पहचान भी चुराने की साजिश है। उन्होंने दावा किया था, "आज वे वंचित लोगों से वोट देने का अधिकार छीन लेंगे, कल वे उन्हें मुफ्त भोजन और आवास जैसी सरकारी योजनाओं में हिस्सा देने से मना कर देंगे।"
खेड़ा ने यह भी कहा था कि चुनाव आयोग का भाजपा के तथाकथित "डबल इंजन" के "डिब्बों" में से एक बन जाना अस्वीकार्य है और कांग्रेस ऐसा नहीं होने देगी।
उन्होंने कहा था, "जब भी राहुल गांधी जी यात्रा पर निकले हैं, इस देश के लोकतंत्र ने एक नया अध्याय शुरू किया है। 'मतदाता अधिकार यात्रा' एक ऐतिहासिक यात्रा होगी। यह हमारे लोकतंत्र के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगी।"
यात्रा औरंगाबाद, गया, नवादा, नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय, मुंगेर, भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, सीतामढी, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, छपरा और आरा से होकर गुजरेगी।