भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बिहार दौरे ने सूबे की राजनीति को दिलचस्प मोड़ पर ला दिया है। दरअसल, राजधानी पटना में भाजपा के सभी सात मोर्चों की संयुक्त कार्यसमिति की बैठक हो रही है। इस बैठक में शामिल होने के लिए जेपी नड्डा शनिवार को पटना पहुंचे। वहीं समापन समारोह में शिरकत करने के लिए गृहमंत्री अमित शाह रविवार को पटना आएंगे। लेकिन पार्टी नेताओं ने पहले ही घोषणा कर दी है कि भाजपा बिहार में 200 सीटों पर चुनाव की तैयारी करेगी। इन तमाम सियासी संकेतों के बीच जदयू की बेचैनी बढ़ गई है। हालांकि जदयू के नेता फिलहाल इस पर अपना नपातुला बयान ही दे रहे हैं।
भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने पार्टी के विभिन्न प्रकोष्ठों की दो-दिवसीय संयुक्त राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का उद्घाटन करने के लिए यहां पहुंचने के बाद शहर में शनिवार को एक रोड शो भी किया। इस दौरान उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, पार्टी की बिहार इकाई के प्रमुख संजय जायसवाल समेत राज्य कैबिनेट के मंत्रियों ने यहां जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पर नड्डा की अगवानी की।
भाजपा के इस कार्यक्रम को लेकर इसलिए भी सियासी गलियारों में हलचल है क्योंकि पार्टी साल 2024 के लोकसभा चुनाव और 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के लिए लगभग 10 साल बाद बिहार में कोई इतना भव्य आयोजन कर रही है। जानकारों का कहना है कि पार्टी इसी बहाने कई राजनीतिक संकेत भी देने के लिए तैयार है।
हालांकि भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी राजीव रंजन ने जानकारी दी, "दो दिवसीय बैठक के दौरान, पार्टी के नेता 2024 के लोकसभा चुनावों में पार्टी के प्रकोष्ठों की भूमिका पर गहन मंथन करेंगे।"
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘नड्डा केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं और उनके कार्यान्वयन पर विचार-विमर्श के लिए निर्मित ग्राम संसद का उद्घाटन करेंगे। ज्ञान भवन में वह पहले एक प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे और फिर शाम में पार्टी के सात प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों की संयुक्त राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करेंगे।’’
रंजन ने आगे कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार को पटना पहुंचेंगे और वह कार्यक्रम के समापन सत्र को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि इसके बाद शाह और नड्डा नयी दिल्ली लौट जाएंगे।
दूसरी ओर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने भी पत्रकारों से बातचीत में बड़ा बयान दिया। बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा के द्वारा 200 सीटों पर लड़ने से जुड़े प्रश्न पर ललन ने कहा कि जदयू 243 सीटों पर हाथ आजमाने का प्लान कर रहा है। ललन सिंह ने कहा कि यह कोई बड़ी बात नहीं है। सभी पार्टी तैयारी करती है। ललन सिंह ने कहा कि बीजेपी चाहे तो 200 क्या सभी सीटों पर तैयारी कर सकती है। उन्होंने कहा कि सभी दल तैयारी करने को स्वतंत्र हैं।
इसके अलावा जब ललन सिंह से भाजपा और जदयू के रिश्तों को लेकर प्रश्न पूछा गया तो उन्होंने कहा कि गठबंधन की मजबूती को किसी तराजू पर तौला नहीं जा सकता है।
गौरतलब है कि बिहार में विधानसभा की कुल 243 सीटें हैं और राज्य में एनडीए की सरकार है। एनडीए के पास कुल 127 सीटें हैं। इसमें भाजपा के पास 77, जदयू के पास 45, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के पास 4 तो एक निर्दलीय विधायक हैं। वर्ष 2020 में विधानसभा चुनाव हुए थे, यानी अगले चुनाव में लगभग तीन साल का वक्त है। हालांकि इसके पहले लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होगा। 2024 में लोकसभा का चुनाव है और बिहार में लोकसभा की 80 सीटें हैं। आगामी चुनावों में लंबा समय बचे होने के बावजूद मौजूदा राजनीतिक गतिविधियों की वजह से विश्लेषकों को यहां नए सियासी समीकरण तैयार होने की उम्मीद है।