लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को देहरादून में त्रिपुरा के छात्र अंजेल चकमा की नस्लीय हत्या की कड़ी निंदा की और भाजपा पर "नफरत को सामान्य बनाने" का आरोप लगाया, जिसके कारण ऐसी घटनाएं हो रही हैं।
राहुल गांधी ने अंजेल चकमा पर हुए क्रूर हमले के खिलाफ आवाज उठाते हुए लोगों से "चिंतन करने और सामना करने" का आग्रह किया और कहा कि वे "मृत समाज" न बनें।
देहरादून में एमबीए छात्र अंजेल चकमा और उनके भाई माइकल चकमा पर चाकू और अन्य धारदार हथियारों से लैस बदमाशों के एक समूह द्वारा किए गए हमले के बाद राहुल गांधी ने यह टिप्पणी की। 9 दिसंबर को अंजेल चकमा ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
लोकसभा सांसद ने एक पोस्ट में कहा, "देहरादून में अंजेल चकमा और उनके भाई माइकल के साथ जो हुआ, वह एक भयावह घृणा अपराध है। नफरत रातोंरात पैदा नहीं होती। वर्षों से इसे रोजाना, खासकर हमारे युवाओं को, जहरीली सामग्री और गैर-जिम्मेदार बयानों के माध्यम से बढ़ावा दिया जा रहा है। और सत्ताधारी भाजपा के नफरत फैलाने वाले नेतृत्व द्वारा इसे सामान्य बना दिया गया है।"
उन्होंने आगे कहा, “भारत सम्मान और एकता पर बना है, डर और दुर्व्यवहार पर नहीं। हम प्रेम और विविधता का देश हैं। हमें एक ऐसा मृत समाज नहीं बनना चाहिए जो साथी भारतीयों को निशाना बनाए जाने पर आंखें मूंद ले। हमें आत्मचिंतन करना होगा और यह समझना होगा कि हम अपने देश को किस ओर जाने दे रहे हैं।”
राहुल गांधी ने चकमा परिवार और पूर्वोत्तर के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "मेरी संवेदनाएं चकमा परिवार और त्रिपुरा तथा पूर्वोत्तर के लोगों के साथ हैं। हमें आपको अपने भारतीय भाई-बहन कहने पर गर्व है।"
इस घटना के सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से दो आरोपी नाबालिग हैं और उन्हें किशोर सुधार गृह भेज दिया गया है। फरार आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है, जिस पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, फरार आरोपी की तलाश में एक पुलिस दल को नेपाल भी भेजा गया है।
पुलिस अधीक्षक (शहर) प्रमोद कुमार ने घटना का विवरण देते हुए बताया कि यह घटना 9 दिसंबर की शाम को देहरादून के प्रेमनगर पुलिस थाना क्षेत्र में घटी।
कुमार ने बताया, "त्रिपुरा के दो छात्र, अंजेल चकमा और उनके भाई माइकल चकमा, प्रेमनगर पुलिस थाना क्षेत्र में नंदा चौकी के पास रहते थे। यह घटना 9 तारीख की शाम को हुई, जब वे किसी काम से सेलाक्वी गए थे।"
उन्होंने बताया कि दोनों का कुछ स्थानीय युवकों और पूर्वोत्तर के एक अन्य युवक से झगड़ा हो गया। उन्होंने आगे कहा, "उनके बीच हाथापाई हुई, जिसके दौरान उन पर चाकू और अन्य धारहीन वस्तुओं से हमला किया गया। परिणामस्वरूप, वे गंभीर रूप से घायल हो गए। उनके भाई उन्हें अस्पताल ले गए, जिसके बाद एफआईआर दर्ज की गई।"
अधिकारी ने पुष्टि की कि अंजेल चकमा की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। उन्होंने कहा, "दो दिन पहले अस्पताल में इलाज के दौरान अंजेल चकमा की मृत्यु हो गई। मामले में हत्या का आरोप जोड़ा गया है।"