कांग्रेस ने राजनीतिक भाषा में आई गिरावट के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हुए माफी की मांग की है। पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि भाजपा अशिष्ट, अशोभनीय और अपमानजनक बयानों की जननी है। लेकिन, निरंतर आपत्तिजनक बयानबाजी करने वाली भाजपा ने आज तक अपनी किसी टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांगी है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री भी अपने विरोधियों के लिए भौंकना, दीमक, नाइट वाचमैन, खूनी पंजा जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं और उनके मंत्री इस पर ताली बजाते हैं। क्या भाजपा को इस पर माफी नहीं मांगनी चाहिए? गौरतलब है कि बुधवार को यूथ कांग्रेस ने एक ट्वीट में “चायवाला” बताकर प्रधानमंत्री का मजाक उड़ाया था। जवाब में भाजपा सासंद परेश रावल ने “बारवाला” बताते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा था। इसके बाद से एक बार फिर राजनीतिक बयानबाजी में गिरावट चर्चा के केंद्र में है।
सिंघवी ने रावल के ट्वीट का उदाहरण देते हुए कहा था कि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने आरक्षण की मांग करने पर प्रजापति समाज के लिए “चिल्लर” शब्द का इस्तेमाल किया था। मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार में मंत्री लाल सिंह आर्य ने नाथूराम गोडसे को महापुरुष की संज्ञा दी। बिहार भाजपा इकाई के अध्यक्ष नित्यानंद राय ने मोदी के खिलाफ बोलने वाले की उंगली और हाथ काटने की धमकी दी। जवाहरलाल नेहरू की फोटो सोशल मीडिया पर डाल आपत्तिजनक टिप्पणी की गई। लेकिन, भाजपा ने इस पर चुप्पी साध रखी है।
तीन तलाक रोकने के लिए विधेयक लाए जाने की संभावना को कांग्रेस प्रवक्ता ने राजनीतिक शिगूफा बताया। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर मसला है। चुनावी मौसम में सुधार के नाम पर भाजपा इसे उठाकर राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रही है।