कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा ने 82 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। भाजपा पहले ही 72 उम्मीदवारों की एक लिस्ट जारी कर चुकी है। पार्टी ने अवैध खनन को लेकर चर्चित जनार्दन रेड्डी के भाई सोमशेखर रेड्डी को भी टिकट दिया है। भाजपा की ओर से येदियुरप्पा को कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया है। वह 19 अप्रैल को शिवमोगा जिले के शिकारीपुरा से अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। उधर, कांग्रेस ने रविवार को अपने 218 उम्मीदवारों की सूची जारी की है जिसे लेकर पार्टी में उठापटक चल रही है।
Second list of 82 BJP candidates for ensuing general election to the legislative assembly of Karnataka 2018 finalised by BJP Central Election Committee. pic.twitter.com/8kWG2MrbsL
— BJP (@BJP4India) April 16, 2018
पहली लिस्ट में 72 उम्मीदवारों को टिकट दिया था। इस तरह पार्टी ने अब तक 154 उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर दिए हैं। अभी 70 प्रत्याशियों की घोषणा होना बाकी है। कर्नाटक में विधानसभा की 224 सीटों पर 12 मई को मतदान होगा और नतीजे 15 मई को आएंगे। सत्ता पर काबिज कांग्रेस और विपक्षी भाजपा चुनाव जीतने क लिए पूरी जोर-शोर से प्रचार में लगे हैं। इस बार विधानसभा चुनावों में त्रिकोणीय मुकाबला है लेकिन कई जगहों पर सीधी टक्कर भाजपा और कांग्रेस के बीच है। कर्नाटक में अभी कांग्रेस की सरकार है और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया सत्ता में दोबारा वापसी के लिए पुरजोर कोशिश में जुटे हैं। भाजपा ने भी चुनाव प्रचार में अपनी ताकत झोंक दी है। भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनाव में येदियुरप्पा को अपनी तरफ से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है।
लिंगायत ट्रंप कार्ड
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में लिंगायत वोटों को ट्रंप कार्ड माना जा रहा है। भाजपा की दूसरी लिस्ट में 31 उम्मीदवार लिंगायत समुदाय से हैं। इसके अलावा मैसूर इलाके में प्रभावशाली वोक्कालिगा समुदाय को भी इस लिस्ट में तवज्जो मिली है। जबकि कांग्रेस ने लिंगायत समुदाय के 48 लोगों को टिकट दिया है। लिंगायत समुदाय काफी प्रभावशाली है। इस बार के चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों की नजर लिंगायत वोटों पर है। हाल ही में सिद्धारमैया सरकार ने लिंगायतों को धार्मिक अल्पसंख्यक का दर्जा देने की सिफारिश की है। अब यह मामला केंद्र सरकार के पास विचाराधीन है। 17 फीसदी से ज्यादा आबादी वाले लिंगायत समुदाय का राज्य की 224 में से तकरीबन 100 विधानसभा सीटों पर वर्चस्व है।
मठीधीशों को लुभाने की कोशिश
कर्नाटक की राजनीति में हमेशा से ही मठों का अच्छा-खासा प्रभाव रहा है, लिहाजा राजनीतिक पार्टियां चुनावी समय में मठों के दर्शन कर वहां के मठाधीशों को अपनी ओर लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी हाल ही में लिंगायतों के मठ का दौरा किया था। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी लिंगायत संतों से मुलाकात कर चुके हैं। भाजपा ने लिंगायत समुदाय से आने वाले बीएस येदियुरप्पा को अपना सीएम कैंडिडेट घोषित किया है। 2008 में जब पहली बार कर्नाटक में भाजपा की सरकार बनी थी तो येदियुरप्पा ही मुख्यमंत्री बने थे।
7 अप्रैल से शुरू होगी कर्नाटक में चुनावी प्रक्रिया
कुल सीटें: 224
बहुमत: 113
तारीख |
चुनावी शेड्यूल |
17 अप्रैल |
अधिसूचना जारी होगी। |
24 अप्रैल |
नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख। |
25 अप्रैल |
नामांकनों की छंटनी। |
27 अप्रैल |
नाम वापस लेने की आखिरी तारीख। |
12 मई |
मतदान |
15 मई |
नतीजे |
2013 विधानसभा चुनाव : येदियुरप्पा के भाजपा छोड़ते ही कांग्रेस ने बनाई सरकार
पार्टी |
सीट |
वोट शेयर |
कांग्रेस |
122 |
36.6% |
जेडीएस |
40 |
20.2% |
भाजपा |
40 |
19.9% |
अन्य |
22 |
23.3% |
2014 लोकसभा चुनाव :मोदी लहर में भाजपा को मिलीं 28 में से 17 सीटें
पार्टी |
सीट |
वोट शेयर |
भाजपा |
17 |
43.4% |
कांग्रेस |
9 |
41.2% |
जेडीएस |
2 |
11.1% |