पिछले दिनों बड़ी जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के सेंट्रल हॉल में संसदीय दल को संबोधित करते हुए भाजपा नेताओं को कई नसीहतें दी थीं। उन्होंने कहा था कि नेताओं को छपास और दिखास से बचना चाहिए। यानी उन्हें अखबार में छपने और टीवी पर दिखने से बचना चाहिए। उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से नेताओं के बड़बोलेपन पर निशाना साधते हुए कहा था कि पांच सालों में हमने काफी मसाला दिया। उन्होंने कहा था कि कुछ लोग जब तक सुबह राष्ट्र के नाम संबोधन नहीं दे देते, तब तक उन्हें चैन नहीं पड़ता।
लेकिन लगता है कि पीएम मोदी की इन नसीहतों का भाजपा के कई नेताओं पर कोई असर नहीं पड़ा है। उनके बयान और हरकतों से पार्टी की किरकिरी हुई है।
इफ्तार पार्टी पर गिरिराज सिंह बनाम नीतीश कुमार
हाल ही में अपने बयानों के लिए सुर्खियों में रहने वाले बेगूसराय से भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच इफ्तार पार्टी को लेकर जुबानी जंग छिड़ गई। असल में कुछ दिनों पहले जेडीयू की तरफ से इफ्तार पार्टी दी गई थी। इसमें लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान, भाजपा नेता सुशील मोदी समेत कई नेता शामिल हुए थे। इसे लेकर गिरिराज सिंह ने तंज कसा था। गिरिराज सिंह ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया था, 'कितनी खूबसूरत तस्वीर होती जब इतनी ही चाहत से नवरात्रि पर फलाहार का आयोजन करते और सुंदर फोटो आते। अपने कर्म धर्म में हम पिछड़ क्यों जाते और दिखावे में आगे क्यों रहते हैं।'
इसके बाद बिहार के नीतीश कुमार ने उन पर पलटवार किया। नीतीश कुमार ने कहा कि वह (गिरिराज सिंह) यह सब इसलिए करते हैं ताकि खबरों में रहा जा सके। इसके बाद आज ईद के दिन भी उन्होंने गिरिराज पर अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि कुछ लोग होते हैं जो जानबूझकर ऐसी बात कहते हैं कि दूसरी तरफ से प्रतिक्रिया आए और उन्हें मीडिया में जगह मिले। मैं इस पर फिर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा। सूत्रों के हवाले से कहा गया कि इस बयान को लेकर रक्षा मंत्री अमित शाह ने गिरिराज सिंह को फोन कर फटकार लगाई।
साक्षी महाराज ने ममता को हिरण्यकश्यप की खानदान की बताया
एक अन्य भाजपा नेता भी अक्सर विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने पिछले दिनों पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हिरण्य कश्यप की खानदान का बता डाला, जो जयश्री राम बोलने पर जेल भेजने की बात करती हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल का नाम आते ही त्रेता युग की याद आती है। जब राक्षस राज हिरण्य कश्यप ने जयश्री राम बोलने पर अपने बेटे को जेल में डाल कर यातनाएं दी थीं। बंगाल में ममता भी यही कर रही हैं। जयश्री राम बोलने पर जेल में डाल रही हैं और यातनाएं दे रही हैं। ममता कहीं हिरण्यकश्यप के खानदान की तो नहीं हैं?
महिला की पिटाई करने वाले भाजपा विधायक
गुजरात के नरोदा में ऐसी घटना हुई, जिससे भाजपा की किरकिरी हुई। पानी की शिकायत करने गई एक महिला की भाजपा विधायक बलराम थवानी ने पिटाई कर दी। इसका वीडियो वायरल हुआ। बाद में उन्होंने माफी मांगते हुए महिला से राखी बंधवाई। भाजपा ने इसके लिए उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया। थवानी ने कहा कि वह मेरी बहन की तरह हैं। हमारे बीच सारी गलतफहमियां खत्म हो गई हैं। मैंने उनसे वादा किया है कि अगर किसी भी मदद की जरूरत हो, तो मैं हमेशा तैयार रहूंगा। इससे पहले बलराम ने कहा था कि मैं भावनाओं में बह गया था। यह (मारपीट) सब जानबूझकर नहीं किया। मैं पिछले 22 सालों से राजनीति में हूं, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।
वहीं, नीतू तेजवानी राकंपा की नेता बताई जाती हैं। नीतू के मुताबिक- थवानी ने कहा कि मैं तुम्हें बहन मानता हूं और बहन की तरह ही थप्पड़ मारा था। मेरे मन में कोई गलत विचार नहीं था। मैंने भी उनको भाई मान लिया है। हमने मतभेद दूर कर लिए हैं।
बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान प्रज्ञा ठाकुर समेत कई नेताओं की विवादित बयानबाजी के चलते भाजपा की किरकिरी हुई थी। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी की नवनिर्वाचित सांसदों को दी गई नसीहत काफी अहम मानी जा रही थी लेकिन फिलहाल लग नहीं रहा कि पीएम मोदी की बात का कोई असर इन नेताओं पर पड़ रहा है।