बिहार में भाजपा की विधायक रश्मि वर्मा ने रविवार को 'व्यक्तिगत कारणों' का हवाला देते हुए राज्य विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उनके इस कदम के बाद पार्टी में हलचल तेज हो गई।
नरकटियागंज विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वालीं रश्मि वर्मा ने विधानसभा अध्यक्ष को संबोधित करते हुए हाथ से लिखे त्यागपत्र की तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा की।
हालांकि, भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि विधायक को विधानसभा अध्यक्ष को त्यागपत्र सौंपने से रोका गया और उनसे इस्तीफा वापस लेने की अपील की गई।
जायसवाल ने संवाददाताओं से कहा, ''यह साफ करने की जरूरत है कि उन्होंने पारिवारिक कारणों से आवेग में आकर इस्तीफा देने का फैसला लिया और इस मामले में कोई सियासी कोण नहीं है।''
बता दें कि वर्मा 2014 में नरकटियागंज सीट पर हुए उपचुनाव में जीत हासिल करके पहली बार विधानसभा पहुंची थीं, मगर एक वर्ष बाद हुए विधानसभा चुनाव में वह कांग्रेस प्रत्याशी से हार गई थीं। हालांकि, 2020 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर उन्होंने कामयाबी हासिल की।
पिछले माह उनके भाई जो दिल्ली में एक प्रिंटिंग प्रेस के मालिक हैं, को उत्तर प्रदेश में एक परीक्षा के पेपर लीक के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। वर्मा ने तब आक्रोश के साथ प्रतिक्रिया जतायी थी जब कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने आरोप लगाया था कि आरोपी बिहार विधायक का भाई है।
इस मामले से स्वयं को दूर रखने का प्रयास करते हुए वर्मा ने इस बात पर जोर दिया था कि शादी के बाद वह अपने पति के परिवार से ताल्लुक रखती हैं।