भाजपा सांसद वरुण गांधी ने रविवार को कहा कि देश में 1.5 करोड़ पद खाली हैं, लेकिन बेरोजगार युवा खाली पेट घूम रहे हैं।
गांधी, जो यहां अपने निर्वाचन क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे पर हैं उन्होंने बेरोजगारी के मुद्दे पर अपनी ही पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार पर सवाल उठाया और कहा कि करोड़ों बेरोजगारों को नहीं पता कि उनका आगे क्या होगा।
गांधी ने अपने प्रवक्ता एम आर मलिक द्वारा जारी एक बयान में कहा, "हमारी लड़ाई रोजगार और आर्थिक समानता के लिए है, हमारा संविधान कहता है कि सभी को समान आर्थिक अवसर मिलना चाहिए। यह तब संभव है जब सभी के साथ काम हो।"
उन्होंने कहा, "किसी के बैंक खाते में पैसा नहीं आया और 2 करोड़ नौकरियां (वादे के अनुसार) नहीं दी गईं। किसान की आय जो दोगुनी होनी थी, वह भी नहीं हुई।"
स्थानीय सांसद ने अन्ना हजारे आंदोलन और किसान आंदोलन का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, "मैं अन्ना हजारे आंदोलन का समर्थन करने वाला पहला सांसद था और आंदोलनकारियों के साथ बैठा था। जब किसानों का आंदोलन हुआ, तो मैंने अधिकारियों को बुलाया और उन्हें प्रदर्शनकारियों की मांगों पर गौर करने का निर्देश दिया।"
गांधी का यहां खमरिया पुल पर भव्य स्वागत किया गय, हजारों पार्टी कार्यकर्ता उनका भाषण सुनने के लिए पहुंचे।
कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए, भाजपा सांसद ने कहा कि राजनीति "देश बनाने का एक उपकरण" है।
उन्होंने कहा, "हमारे देश की असली लड़ाई बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई है। राजनीतिक दलों और नेताओं को अपनी प्रतिद्वंद्विता छोड़कर देश के भविष्य के लिए सोचना चाहिए। देश का भविष्य भाषणों से नहीं बनता है, या चुनाव जीतने और हारने से नहीं बनता है, बल्कि देश की सच्ची सेवा से बनता है।"
उन्होंने कहा, "मैं देश के भविष्य के लिए चिंतित हूं। यहां सपने बड़े हैं और संसाधन सीमित हैं। जब निजीकरण होगा, तो नौकरियां भी सीमित होंगी और बेरोजगारी और बढ़ेगी।"