प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान उनकी सुरक्षा में हाल ही में हुई चूक पर कांग्रेस को घेरने के उद्देश्य से भाजपा एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
घटना के विरोध में शुक्रवार को भाजपा सांसद संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास मौन धरना देंगे। इसके साथ ही पार्टी ने देशभर के राजभवनों में जाकर ज्ञापन सौंपने की रणनीति भी बनाई है।
इसी तरह,उन्होंने देश भर में कांग्रेस को "बेनकाब" करने के लिए कई विरोध प्रदर्शन आयोजित करने का फैसला किया है।
इसके अलावा, भाजपा ने एक दलित मुख्यमंत्री (चरणजीत सिंह चन्नी) के उत्पीड़न के कांग्रेस के "राजनीतिक कार्ड" का जवाब देने के लिए एक रणनीति भी तैयार की है। इसके लिए पार्टी का अनुसूचित जाति मोर्चा और दलित नेता अंबेडकर की प्रतिमा के सामने धरना देंगे।
इस बीच उन्होंने सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री की सुरक्षा में 'पंजाब सरकार द्वारा चूक' और इस पर कांग्रेस के आलाकमान के 'रवैये' के संबंध में एक पत्र लिखने का फैसला किया है।
भाजपा सांसद शुक्रवार सुबह 11 बजे संसद भवन परिसर में मौन धरना देंगे।
इसके अलावा, पार्टी के दिग्गज राष्ट्रीय और राज्य स्तर के नेता अपने-अपने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के राजभवन में जाएंगे और घटना पर प्रकाश डालते हुए राज्यपाल और उपराज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपेंगे।
गुरुवार को भाजपा के कई मुख्यमंत्रियों, दिग्गज नेताओं, राष्ट्रीय और राज्य इकाई के पदाधिकारियों, सांसदों और विधायकों ने काशी विश्वनाथ, महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर सहित देश भर के अन्य ज्योतिर्लिंगों और अन्य प्रमुख 'शिवालयों' में जाकर प्रधानमंत्री की भलाई के लिए 'महामृत्युंजय मंत्र' का जाप किया।
पार्टी के युवा प्रकोष्ठ ने भी गुरुवार को देश के सभी जिलों में मशाल रैलियां निकालकर कांग्रेस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।