अयोध्या में राम मंदिर मुद्दे पर कांग्रेस ने भाजपा पर गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि चुनाव के समय बार-बार इस मसले को उठाकर भाजपा के लोग भगवान राम का अपमान कर रहे हैं। वहीं राजस्थान चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस ने कहा है कि अगर राज्य में कांग्रेस सत्ता में आती है तो अशोक गहलोत या सचिन पायलट ही पार्टी के नेता होंगे।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार एक प्रेस कांफ्रेंस में राम मंदिर के मुद्दे पर कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा कि देश में एक बार फिर से राम मंदिर के मुद्दे के ज़रिए राजनीति करने की कोशिश की जा रही है। भाजपा सरकार की ओर से अध्यादेश लाने की बात कही जा रही है लेकिन ऐसा क्यों होता है कि चुनाव जब आते हैं तब भाजपा और राम मंदिर के मुद्दे को फिर से जिंदा कर देती है और चुनाव जीतने के बाद चुनाव के बाद फिर से राम को बनवास भेज दिया जाता है? अध्यादेश लाने वाली सरकार 4 साल का हाथ ही इसका जवाब भी उन्हें जनता को देना चाहिए।
भाजपा के विपरीत कांग्रेस ने राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में होने वाले चुनावों में किसी को अपना चेहरा नहीं बनाया है जबकि विपक्ष इसी को लेकर कहता रहा है गुटबाजी के कारण पार्टी ऐसा नहीं कर रही है। राजस्थान में कांग्रेस की गुटबाजी और मुख्यमंत्री पद के चेहरे के सवाल पर अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस के भीतर गुटबाजी जैसा कुछ नहीं है कुछ नहीं है और चुनाव से पहले कुछ अपवाद को छोड़कर कांग्रेस कभी किसी को सीएम उम्मीदवार नहीं बनाती। उन्होंने आगे कहा कि राजस्थान में कार्यकर्ताओं को और मीडिया को कुछ दिन और सब्र रखने की ज़रूरत है अशोक गहलोत और सचिन पायलट में से कोई एक मुख्यमंत्री बनेगा।
बता दें कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इन पांच राज्यों में से मध्य प्रदेश और मिजोरम में 28 नवंबर को, तेलंगाना में 7 दिसंबर को चुनाव एक ही चरण में होगा जबकि छत्तीसगढ़ में 12 और 20 नवंबर में, दो चरणों में चुनाव होगा। सभी राज्यों के लिए मतों की गणना और परिणामों की घोषणा 11 दिसंबर को की जाएगी।
मध्य प्रदेश में 230 सदस्यीय विधानसभा है तो तेलंगाना में 119 और मिजोरम की विधानसभा में 40 सीटों के लिए चुनाव होने हैं।