भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने सपा और उसके नेतृत्व वाली सरकार को एक डूबता जहाज करार दिया जो जनता का विश्वास खो चुकी है।
वहीं, लखनऊ में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने दावा किया कि राज्य की अखिलेश यादव सरकार अल्पमत में आ गयी है और राज्यपाल को उसे बहुमत साबित करने से पहले कोई भी नीतिगत निर्णय लेने से रोकना चाहिये। मौर्य ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार सपा में जारी खींचतान और शिवपाल सिंह यादव समेत कई मंत्रियों की बर्खास्तगी के बाद दोनों खेमों में बढ़ी दूरी से राज्य की अखिलेश यादव सरकार अल्पमत में आ गयी है, लिहाजा उनकी मांग है कि राज्यपाल उसे बहुमत साबित करने को कहें।
कांग्रेस छोड़कर हाल ही में भाजपा में शामिल होने वाली रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि सपा टूट के कगार पर पहुंच गई है क्योंकि आने वाले दिनों में यह और गहरा होता जायेगा।
दिल्ली में श्रीकांत शर्मा ने भाषा से बातचीत में कहा कि लोग विकास और सुशासन चाहते हैं और मोदीजी और अमित शाह के नेतृत्व में राज्य में भाजपा की भ्रष्टाचार मुक्त विकासोन्मुख सरकार को जनादेश देने को कृतसंकल्प हैं। सपा के संकट का जिक्र करते हुए शर्मा ने दावा किया कि यह लूट के बंटवारे को लेकर मचा घमासान है। अंतिम समय में बर्खास्तगी का नाटक विफलताओं को छिपाने और पर्दा डालने की कवायद है। इस सब से अखिलेश यादव और उनकी सरकार का जनता के समक्ष पर्दाफाश हो गया है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में कानून व्यवस्था की स्थिति चौपट चुकी है। लोग भूमाफिया और खनन माफिया से भयाक्रांत और खौफ में है।
केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि सपा का राजनीतिक पतन शुरू हो गया है और उत्तर प्रदेश की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को भारी बहुमत के साथ जिताने का मन बना लिया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव समेत चार मंत्रियों को बर्खास्त किये जाने से जुड़े एक सवाल के जवाब में केंद्रीय कौशल विकास मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ये उनका आंतरिक कलह है लेकिन उनका ढांचा ढह रहा है। राजनीतिक ह्रास प्रारंभ हो चुका है। दूसरी ओर श्रीकांत शर्मा ने कहा कि अखिलेश यादव के शासनकाल में साढे चार साल तक लूट जारी रही और जनता इससे त्रस्त रही।
शर्मा ने कहा कि उत्तरप्रदेश में गांव में बिजली, पानी, सड़कों जैसी बुनियादी सुविधाओं के अभाव में लोग त्रस्त हैं। मरीज दवाओं के लिए और नौजवान रोजगार के लिए परेशान हैं। दूसरी ओर अखिलेश यादव सरकार के तहत सूबे में लूटेरों को खुली छूट मिली है।
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव अपने आप को ईमानदार दिखाने के लिए बर्खास्तगी का नाटक कर रहे हैं। भाजपा नेता ने कहा कि बहन मायावती के नेतृत्व वाली सरकार की अराजकता, उस समय अपराध, भ्रष्टाचार और घोटालों से त्रास्त होकर साल 2012 में जनता ने मुलायम सिंह यादव की सपा को चुना था लेकिन इसके बाद अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री बनने के बाद अपनी बुआ के अपराध, भ्रष्टाचार और अराजकता की विरासत को ही आगे बढ़ाने का काम किया।
शर्मा ने कहा कि आज अखिलेश यादव सरकार केवल कागजों पर ही सिमट गई है और लोग इस सरकार को पहले ही खारिज कर चुके हैं। ऐसे में इस तरह के बर्खास्गी के नाटक से कोई फायदा नहीं होने वाला। लोग भाजपा के पक्ष में मन बना चुके हैं।
उन्होंने कहा जहां तक मेरी जानकारी है तो सपा के विधायकों की निष्ठा अपनी पार्टी के बजाय एक-दूसरे गुटों के प्रति है। ऐसे में प्रदेश की सपा सरकार अल्पमत में आ गयी है। मेरी मांग है कि राज्यपाल सदन की बैठक बुलाएं और सपा को अपना बहुमत साबित करने को कहें। बहुमत साबित किये जाने से पहले राज्यपाल महोदय इस सरकार के कोई भी नीतिगत निर्णय लेने पर रोक लगाएं। भाषा एजेंसी