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क्या राष्ट्रपति भवन में बजेगी मुरली

भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी राष्‍ट्रपति पद की दौड़ में आगे हो गए हैं। पहले इस पद के लिए लालकृष्‍ण आडवाणी का नाम आगे चल रहा था। इस बात के संकेत भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भी देखने को मिला। सूत्रों के मुताबिक जोशी के नाम पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक भी अपनी सहमति जता सकता है।
क्या राष्ट्रपति भवन में बजेगी मुरली

इलाहाबाद में आयोजित भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुरली मनोहर जोशी के बारे में कई बार कसीदे पढ़े। इसके साथ ही यहां तक कहा कि पूरब का ऑक्सफोर्ड कहे जाने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय में जोशी जी पढ़ाते रहे हैं। जोशी की विद्ता की तारीफ से इस बात का अंदाजा लगाया जाने लगा कि उनकी वरिष्ठता को देखते हुए उन्हें राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जा सकता है। अभी तक इस पद के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्‍ण आडवाणी के नाम की चर्चा चल रही थी। 

गौरतलब है कि मुरली मनोहर जोशी पार्टी के संस्‍थापक सदस्यों में से एक हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री, भाजपा अध्यक्ष रह चुके जोशी वर्तमान में कानपुर से सांसद हैं। इससे पहले जोशी इलाहाबाद और वाराणसी की सीट से भी सांसद रह चुके हैं। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद माना जा रहा था कि जोशी को कुछ महत्वपूर्ण जिम्मेवारी दी जाएगी। लेकिन कोई महत्वपूर्ण जिम्मेवारी नही दी गई। लेकिन अब माना जा रहा है कि जोशी को आने वाले दिनों में बड़ी जिम्मेवारी दी जा सकती है। 

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