भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को लखनउ में पार्टी के राज्य मुख्यालय के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन करने के बाद दावा करते हुए कहा, मुझे विश्वास है कि 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में भाजपा बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकारों के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश विकास की दौड़ में काफी आगे था लेकिन पिछले 20 वर्षों में यह सूबा बहुत पिछड़ गया है। प्रदेश में पिछले 20 वर्ष से जातिवादी राजनीति करने वाली सपा और बसपा की सरकारें रही हैं जिससे यहां विकास नहीं हो पाया। शाह ने कहा कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में जनता अगर सपा और बसपा के जातिवाद के जाल से बाहर निकलकर भाजपा को सत्ता सौंपेगी तो यह राज्य एक बार फिर तरक्की के रास्ते पर लौटेगा।
राजनीति के बजाय राष्ट्रवाद पर बात करने की इच्छा जताते हुए शाह ने कहा, मैं कांग्रेस पार्टी खासकर इसके राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी से यह सवाल पूछना चाहता हूं कि वह जेएनयू में लगाए गए नारों को राष्ट्रद्रोह मानते हैं या अभिव्यक्ति की आजादी। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि राहुल गांधी को अपनी पार्टी के वैचारिक धरातल को स्पष्ट करना चाहिए। शाह ने कहा कि वह पिछले छह-सात दिन से यह सवाल पूछ रहे हैं, मगर राहुल खामोश हैं। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से इस मुद्दे को गांव-गांव तक ले जाने का निर्देश देते हुए कहा कि जनतंत्र में ऐसे नारों को समर्थन नहीं किया जा सकता। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जेएनयू प्रकरण में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। शाह ने कल बहराइच और बलरामपुर में आयोजित पार्टी की जनसभाओं में भी इस मुद्दे पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा था और उन पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि राहुल इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करें।