पश्चिम बंगाल में बढ़ती राजनैतिक सरगर्मियों के बीच शनिवार को पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा बंगाल के नौदीप से यात्रा की शुरुआत की। नड्डा ने रथ यात्रा को हरी झंडी दिखाई जिसके साथ ही बीजेपी की परिवर्तन यात्रा का आगाज हो गया। वहीं, 11 फरवरी से अमित शाह कूच विहार से यात्रा निकालेंगे। बंगाल में जल्द ही विधानसभा चुनाव की घोषणा होने वाली है।
जेपी नड्डा ने कहा कि यहां पर टोलाबाजी, तुष्टिकरण और तानाशाही विराजमान रही है। इसलिए बीजेपी ने तय किया है कि परिवर्तन यात्रा के माध्यम से बंगाल की जनता को जगाएंगे, उनको बताएंगे. बल्कि मुझे तो लगता है कि अब बंगाल की जनता जाग चुकी है। उन्होंने कहा कि मुझे पश्चिम बंगाल की जनता का रुख साफ नजर आ रहा है कि परिवर्तन आएगा और कमल खिलेगा। यहां से टीएमसी जाएगी ये तय हो चुका है।
उन्होंने कहा कि बंगाल की संस्कृति को ममता जी नहीं संभाल सकती, इसकी सुरक्षा बीजेपी के कार्यकर्ता करेंगे। ममता जिस तरह मेरे नाम के आगे विशेषण लगाती हैं, वो बताता है कि आपने बंगाल की संस्कृति का निरादर किया है।
नड्डा ने कहा कि बंगाल में आज महिलाओं के साथ सबसे ज्यादा अत्याचार हो रहा है। रेप के केस सबसे ज्यादा बंगाल में हो रहे हैं, घरेलू हिंसा सबसे ज्यादा बंगाल में हो रही है। बंगाल की मुख्यमंत्री एक महिला है, फिर भी महिलाओं की इज्जत न हो, तो बंगाल को परिवर्तन चाहिए।
जय श्री राम के नारे पर जेपी नड्डा ने कहा कि बंगाल के लोगों ने जय श्री राम का नारा लगाया तो इस नारे से इतनी नफरत क्यों है? क्या भारत की संस्कृति के साथ जुड़ना गलत है? क्या महापुरुषों का नाम लेना गलत है? इन लोगों के लिए राजनीति संस्कृति से ऊपर है.
रैलों को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि 10 वर्ष पहले मां, माटी, मानुष के नाम पर ममता दीदी ने यहां सरकार बनाई थी। 10 साल में माता को लूटा गया, बंगाल की अस्मिता पर आघात पहुंचाया गया, माटी की इज्जत भी नहीं की गई। उन्होंने कहा कि बंगाल में बीजेपी के करीब 130 कार्यकर्ता मारे गए। ये जब हम पर हमला कर सकते हैं तो साधारण लोगों का क्या हाल होगा? ऐसी सरकार को जाना होगा।
नड्डा ने कहा परिवर्तन यात्रा के माध्यम से जनता को मोदी सरकार की आयुष्मान योजना के बारे में बताएं कि उनके स्वास्थ्य की चिंता मोदी जी ने की थी लेकिन ममता बीच में अड़ंगा बनकर खड़ी रहीं।