भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा अर्थव्यवस्था को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर सवाल उठाएं हैं। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि यदि नई आर्थिक नीति जल्द लागू नहीं की गई तो भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकता है। वहीं, प्रियंका गांधी ने कहा कि अच्छे दिन का भोंपू बजाने वाली भाजपा सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंचर कर दी है। इनकी ये टिप्पणी तब आई है जब 2019-20 की पहली तिमाही के लिए विकास दर 5 फीसदी पर पहुंच गई है, जोकि पिछले 6 सालों में सबसे कम है।
5 ट्रिलियन को अलविदा कहने के लिए तैयार हो जाओ- स्वामी
स्वामी ने शनिवार को ट्विटर पर कहा, 'यदि कोई नई आर्थिक नीति आने वाली नहीं है, तो 5 ट्रिलियन को अलविदा कहने के लिए तैयार हो जाओ। न तो अकेला साहस या केवल ज्ञान अर्थव्यवस्था को क्रैश होने से बचा सकता है। इसे दोनों की जरूरत है। आज हमारे पास कुछ नहीं है।'
भाजपा सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंचर कर दी- प्रियंका गांधी
वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ट्वीट कर कहा, 'जीडीपी विकास दर से साफ है कि अच्छे दिन का भोंपू बजाने वाली भाजपा सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंचर कर दी है। न जीडीपी ग्रोथ है न रुपये की मजबूती। रोजगार गायब हैं। अब तो साफ करो कि अर्थव्यवस्था को नष्ट कर देने की ये किसकी करतूत है?'
बीजेपी सरकार ने मात्र एक वित्तीय वर्ष में अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी
अर्थव्यवस्था को लेकर कांग्रेस ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से सरकार पर निशाना साधा और कहा, 'भाजपा सरकार के कुप्रबंधन ने मात्र एक वित्तीय वर्ष में अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी है। बैंक धोखाधड़ी के मामलों ने खजाने को खाली कर दिया और सरकार की नासमझी देखिए कि इन सबसे निपटने के बजाय आरबीआई को कंगाल करने पर तुल गई है।'
कांग्रेस की तरफ से कहा गया, 'लगातार कई तिमाहियों से मंदी की स्थिति बनी हुई है। लेकिन सरकार इससे निपटने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। लगता है कि शायद भाजपा सरकार को समझ नहीं आ रहा कि क्या किया जाए?'
पिछली पांच तिमाही से विकास दर में जारी है गिरावट
विकास दर में पिछली पांच तिमाही से लगातार गिरावट आ रही है। कंस्ट्रक्शन सेक्टर में ग्रोथ 7.1 फीसदी से घटकर 5.7 फीसदी रही है। वहीं, फाइनेंशियल और रियल एस्टेट सेक्टर में 5.9 फीसदी की ग्रोथ रही। कुछ सेक्टर जो बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं उनमें ऑटोमोबाइल, विनिर्माण और रियल एस्टेट सेक्टर शामिल हैं। हालांकि, मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यन ने शुक्रवार को कहा कि सरकार आर्थिक विस्तार को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है।