कांग्रेस ने बृजभूषण शरण सिंह की उस टिप्पणी को भयानक बताया, जिसमें उन्होंने कहा था कि हुड्डा परिवार ने पहलवानों को उसी तरह दांव पर लगाया जैसे पांडवों ने द्रौपदी को दांव पर लगाया था। कांग्रेस ने कहा कि अगर सत्ताधारी पार्टी में ऐसे तत्वों को बढ़ावा दिया जाएगा तो देश में महिलाएं कैसे सुरक्षित रहेंगी।
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख सिंह पर पिछले वर्ष कई महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था और उनके खिलाफ जांच की मांग को लेकर कई सप्ताह तक धरना दिया था।
रविवार को उत्तर प्रदेश के गोंडा स्थित अपने आवास पर सिंह ने संवाददाताओं से कहा, "महाभारत में जो जुआ खेला गया था, उसमें द्रौपदी को दांव पर लगाया गया था। पांडव हार गए थे। देश अभी तक उनके ऐसा करने के कारणों को स्वीकार नहीं कर पाया है।"
उन्होंने कहा, "हुड्डा परिवार ने बेटियों और बहनों की इज्जत दांव पर लगा दी। आने वाली पीढ़ियां इसके लिए उन्हें माफ नहीं करेंगी और इसके लिए उन्हें हमेशा दोषी माना जाएगा।"
सिंह की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा, "बृजभूषण शरण सिंह ने भयानक टिप्पणी की है। दुर्भाग्य से भाजपा उन्हें काबू में नहीं कर पा रही है। उन्हें काबू में करने की जरूरत है, क्योंकि यह देश की सत्तारूढ़ पार्टी के बारे में खराब बातें कहता है।"
खेड़ा ने पीटीआई वीडियोज से कहा, "अगर सत्तारूढ़ पार्टी में ऐसे तत्वों को बढ़ावा दिया जाता है तो आप इस देश में महिलाओं की सुरक्षा की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?"
बता दें कि ओलंपिक कांस्य पदक विजेता विनेश फोगट और बजरंग पुनिया तथा एक अन्य ओलंपिक कांस्य विजेता साक्षी मलिक ने पिछले वर्ष सिंह के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया था।
पूर्व डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने कहा, "बजरंग पुनिया की मानसिक स्थिति खराब हो गई है। उन्होंने अपनी पत्नी को दांव पर लगा दिया था। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि उन्होंने बिना ट्रायल के एशियाई खेलों में हिस्सा क्यों लिया?"
दिल्ली में पहलवानों के विरोध के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा, "दिल्ली में पहलवानों का कोई विरोध नहीं था, यह एक पारिवारिक विरोध था। जब हम पहलवान कहते हैं, तो एक समूह दिमाग में आता है। क्या पंजाब, हरियाणा में पहलवान नहीं हैं? क्या महाराष्ट्र, बिहार, उत्तर प्रदेश, (पश्चिम) बंगाल और हिमाचल प्रदेश में पहलवान नहीं हैं?"
उन्होंने कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा पर दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "प्रियंका गांधी भी आती थीं।"
उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से पूर्व भाजपा सांसद सिंह ने शनिवार को कहा था कि कांग्रेस डब्ल्यूएफआई पर नियंत्रण करने की साजिश में फोगट और पुनिया को मोहरे के तौर पर इस्तेमाल कर रही है।
गौरतलब है कि फोगाट और पुनिया शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हुए और उन्होंने "न डरने और न पीछे हटने" की शपथ ली।
इसके बाद, कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 32 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी। पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा को गढ़ी सांपला-किलोई से, राज्य इकाई के प्रमुख उदय भान को होडल से और फोगाट को जुलाना से मैदान में उतारा गया है।
सिंह को पहली बार 2012 में दीपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ तीखे मतभेद के बाद डब्ल्यूएफआई का नियंत्रण मिला था।