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CAA को उर्मिला मातोंडकर ने बताया 'काला कानून', रॉलेट एक्ट से की तुलना

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर देश में कई जगह विरोध...
CAA को उर्मिला मातोंडकर ने बताया 'काला कानून', रॉलेट एक्ट से की तुलना

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर देश में कई जगह विरोध प्रदर्शन जारी हैं। सीएए और एनआरसी के विरोध में ना केवल आम लोग बल्कि कई बॉलीवुड सेलेब्रिटीज ने भी अपनी आपत्ति दर्ज कराई है और इन स्टार्स ने विरोध प्रदर्शनों में भी हिस्सा लिया है। एक्ट्रेस और कांग्रेस की पूर्व नेता उर्मिला मातोंडकर ने सीएए को काला कानून बताया है। उन्होंने इस कानून की तुलना अंग्रेजों द्वारा लाए रॉलेट एक्ट से की है।

1919 के कानून की तरह ही काला कानून है सीएए: उर्मिला

उर्मिला ने आगे कहा कि 'ये कानून काफी खतरनाक था, वो 1919 का कानून और आज 2019 का सीएए कानून है। ये दोनों कानून इतिहास में काले कानून के नाम से दर्ज होंगे। आज जिस तरह लोग रास्ते पर उतर रहे हैं और उस वक्त जिस तरह से लोग रास्ते पर उतरे थे मैंने वो वक्त देखा तो नहीं लेकिन जिस तरह से मैंने पढ़ा है ये उसकी याद दिलाते हैं। ये कानून गरीबों के खिलाफ हैं और वो गरीब कोई भी गरीब शख्स हो सकता है। ऐसा एहसास दिलाया जाता है कि ये कानून मुसलमानों के खिलाफ है, लेकिन उसके अलावा आज कहीं न कहीं 15 प्रतिशत मुसलमानों का डर 85 प्रतिशत हिंदुओं को बताकर उनपर अंकुश लगाने की कोशिश की जा रही है।'

कथित देशभक्त देश पर इस प्रकार की तानाशाही करना चाहते हैं

उन्होंने कहा,  'अंग्रेज जानते थे कि 1919 में दूसरे विश्वयुद्ध के बाद भारत में विरोध बढ़ेगा। इसलिए वो रॉलेट एक्ट लेकर आ गए। 1919 का वह कानून और नागरिकता (संशोधन) अधिनियम 2019, दोनों ही को इतिहास में काले कानून के रूप में दर्ज किया जाएगा।' उर्मिला मातोंडकर ने कहा कि कथित देशभक्त देश पर इस प्रकार की तानाशाही करना चाहते हैं। बता दें कि पहला विश्व युद्ध 1914 से 1918 तक चला था, वहीं दूसरा विश्वयुद्ध 1938 से 1945 तक लड़ गया था। पहले विश्वयुद्ध के बाद 1919 में अंग्रेज रॉलेट एक्ट लेकर आए थे। उन्होंने कहा कि इस एक्ट में अंग्रेजी सरकार के पास ये ताकत थी कि सरकार के खिलाफ बोलने वालों को वो जेल में डाल सकते थे। ऐसा ही अब हो रहा है।

कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ी थी उर्मिला

बता दें कि उर्मिला मातोंडकर अब भले ही किसी राजनैतिक पार्टी से नहीं जुड़ी हैं लेकिन 2019 में उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था। हालांकि वो चुनावों में कोई खास कमाल नहीं दिखा पाईं थी। चुनावों में हार के बाद उन्होंने कांग्रेस को ये कहते हुए छोड़ दिया कि पार्टी में उनकी बात को महत्व नहीं दिया जाता।

सीएए-एनआरसी के खिलाफ इन स्टार्स ने उठाई आवाज

गौरतलब है कि उर्मिला के अलावा कई बॉलीवुड सितारों ने भी सीएए-एनआरसी के खिलाफ आवाज उठाई है जिनमें अनुराग कश्यप, तापसी पन्नू, ऋचा चड्ढा, अली फजल, विशाल भारद्वाज, जोया अख्तर, फरहान अख्तर, अनुभव सिन्हा, स्वरा भास्कर जैसे सितारे शामिल हैं।

 

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