दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार एमसीडी में वैसी ही ”धोखाधड़ी” करनी चाहती है जैसी उसने चंडीगढ़ महापौर चुनाव में करने की कोशिश की थी।
दिल्ली के शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि मुख्य सचिव ने उन्हें दरकिनार कर दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) महापौर चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति से संबंधित फाइल सीधे उपराज्यपाल कार्यालय भेज दी।
भारद्वाज ने सक्सेना को लिखे अपने पत्र में अनुरोध किया कि वह फाइल मुख्य सचिव को लौटाकर निर्देश दें कि इसे शहरी विकास मंत्री के माध्यम से दोबारा भेजा जाए।
मंत्री के दावों पर उपराज्यपाल कार्यालय और मुख्य सचिव नरेश कुमार की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।
आम आदमी पार्टी ‘आप’ सरकार ने एक बयान में कहा, ‘ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा नीत केंद्र सरकार वही धोखाधड़ी दोहराना चाहती है जो उसने चंडीगढ़ महापौर चुनाव में करने की कोशिश की थी। वे एमसीडी के मेयर चुनाव में भी हेरफेर करने की कोशिश करेंगे।’
बयान में कहा गया है कि उन्हें वैसी ही ‘शर्मिंदगी’ का सामना करना पड़ेगा जैसी चंडीगढ़ महापौर चुनाव मामले में उच्चतम न्यायालय में झेलनी पड़ी थी।
इस साल जनवरी में हुए चंडीगढ़ महापौर चुनाव में डाले गए आठ वोटों को निर्वाचन अधिकारी ने अवैध घोषित कर दिया था। बाद में उच्चतम न्यायालय ने वोटों को वैध करार देते हुए ‘आप’ और कांग्रेस के संयुक्त उम्मीदवार को चुनाव का विजेता घोषित किया था।