राज्यसभा में विपक्षी सांसदों के साथ बदसलूकी,धक्का-मुक्की,मारपीट के आरोपों पर अब केंद्र सरकार ने सफाई दी है। गुरुवार को सफाई देते हुए और मोदी सरकार का बचाव करते हुए केंद्र की तरफ से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, प्रह्लाद जोशी, अर्जुन मेघवाल, धर्मेंद्र प्रधान, अनुराग ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। अपने पीसी में केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि विपक्ष की हरकत बेहद शर्मनाक है।
सरकार ने विपक्ष पर संसद ना चलने देने का आरोप लगाया है। संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा है कि विपक्ष ने संसद नहीं चलने दिया, राज्यसभा में जो हुआ वो बेहद शर्मनाक था। उन्होंने विपक्ष पर सत्र के दौरान काम में रुकावट डालने का आरोप लगाया है। बता दें, राज्यसभा में सांसदों-मार्शलों के बीच धक्कामुक्की का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर राज्यसभा में विपक्षी सांसदों को पिटवाने का आरोप लगाया है। वीडियो में भी सांसदों और मार्शल के बीच धक्कामुक्की दिखाई दे रहा है।
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केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा है, “प्रधानमंत्री ने खुद कहा है कि अच्छे माहौल में चर्चा होनी चाहिए। क्या राहुल गांधी को पता है चर्चा किसे कहते हैं? हमने विपक्ष से कहा है कि अगर वे चर्चा करने के लिए तैयार है तो हम सदन को सोमवार और मंगलवार तक चलाने के लिए तैयार है।“
केंद्र ने कहा है कि कांग्रेस और उसकी मित्र पार्टियों ने पहले से ये तय कर लिया था कि हम इस बार संसद नहीं चलने देंगे। उन्होंने मंत्रियों का परिचय नहीं होने दिया, उन्होंने महत्वपूर्ण बिलों पर भी चर्चा नहीं होने दी। साढ़े सात साल भी वो जनादेश स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। खासकर कांग्रेस को ऐसा लगता है कि ये हमारी सीट थी और इसे मोदी जी ने आकर छीन लिया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि मंगलवार को राज्यसभा में महिला सांसदों को पीटा गया। वहीं, शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, "विपक्ष को सदन में अपने विचार रखने का मौका नहीं मिला और महिला सांसदों के खिलाफ कल की घटना लोकतंत्र के खिलाफ थी, क्योंकि ऐसा लगा कि हम (विपक्ष) पाकिस्तान की सीमा पर खड़े हैं।
राहुल गांधी के बयान पर प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि लोकसभा-राज्यसभा में इन दलों का क्या व्यवहार था, देश देख रहा है। मेरी मांग है कि अगर वह सदन की गरिमा और लोकतंत्र का सम्मान करते हैं तो वह माफी मांगें।
वहीं, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि देश की जनता इंतजार करती है कि उनसे जुड़े हुए विषयों को सदन में उठाया जाए, वहीं विपक्ष का सड़क से संसद तक एकमात्र एजेंडा सिर्फ अराजकता रहा। घड़ियाली आंसू बहाने की बजाय इनको देश से माफी मांगनी चाहिए। ठाकुर ने कहा है कि कांग्रेस की महिला सांसदों ने सदन में महिला सुरक्षा अधिकारियों को गले से पकड़ने का काम किया। भारत का लोकतंत्र दुनिया में सबसे बड़ा लोकतंत्र है लेकिन उसे शर्मसार करने का काम कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और आप पार्टी ने किया है।