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एनआरसी, एनपीआर और सीएए पर मोदी सरकार कर रही है गुमराहः चिदंबरम

पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने एनपीआर, एनआरसी और सीएए पर मोदी सरकार पर गुमराह करने का आरोप लगाया।...
एनआरसी, एनपीआर और सीएए पर मोदी सरकार कर रही है गुमराहः चिदंबरम

पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने एनपीआर, एनआरसी और सीएए पर मोदी सरकार पर गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एनपीआर साफ तौर पर एनआरसी से जुड़ा हुआ है। गृह मंत्री ने साफतौर पर यह क्यों नहीं कहा कि हम एनपीआर कर रहे हैं, एनआरसी नहीं करेंगे।

चिदंबरम ने कहा कि गृहमंत्री कभी सीएए और एनसीआर तो कभी एनपीआर और एनआरसी में कोई संबंध न होने की बात कह रहे हैं। उन्हें साफतौर पर कहना चाहिए कि एनआरसी को खारिज कर दिया गया है, क्योंकि हमारे पास असम में एनआरसी का कड़वा अनुभव है। जब हमने 2010 में एनपीआर किया था तब असम में एनआरसी नहीं था। हमें इससे जनगणना में काफी मदद मिली थी। उस समय हमारे पास 19 लाख से अधिक लोगों के बेघर होने का अनुभव नहीं था।

'एक ही सिक्के के अलग पहलू हैं'

एनआरसी पर उदाहरण के साथ सरकार को घेरते हुए चिदंबरम ने कहा कि कमरे में 196657 हाथी हैं। आप उस हाथी की उपेक्षा क्यों करते हैं? वह हाथी वहीं बैठा है। उस हाथी के चेहरे में आप उस को देखते हैं और आप दिखावा करते हैं कि वहां कोई समस्या नहीं है। उन्होंने कहा कि एनपीआर साफ तौर पर एनआरसी से जुड़ा हुआ है। एनआरसी, एनपीआर और सीएए ये सब एक ही सिक्के के अलग पहलू हैं। एनपीआर और एनआरसी के जरिए पहचान कर बाहर कर देंगे। सीएए के जरिए शामिल किया जाएगा।

'अब 6 चीजें क्यों जोड़ दी गईं'

पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि ये सही है कि हमारी सरकार एनपीआर की योजना लाई थी लेकिन वो इससे अलग था। हम लोगों से 15 सवाल पूछने वाले थे। अब 6 चीजें और जोड़ी गई हैं। अब आपके निवास स्थान, आपके पिता और माता के जन्म स्थान, आपके ड्राइविंग लाइसेंस नंबर, वोटर आईडी और आधार के बारे में भी पूछा जा रहा है, आखिर इन्हें क्यों पूछा जा रहा है। लोगों को भड़काने के भाजपा के आरोपों पर चिंदबरम ने कहा, कांग्रेस ने सीएए के खिलाफ विरोध नहीं भड़काया। हम सीएए के खिलाफ विरोध का मंच तैयार कर रहे हैं और हमें इस पर गर्व है। हम अपनी बात का प्रचार कर रहे हैं और अगर  छात्र, युवा, महिलाएं कानून के खिलाफ सड़कों पर आ रहे हैं तो इसमें गलत क्या है।

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