झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को फिर हत्या की धमकी मिली है। यह तीसरा मौका है जब उन्हें मेल से हत्या की धमकी मिली है। धमकी कौन दे रहा है और इसके पीछे कौन लोग हैं, मकसद क्या है इसका अभी तक खुलासा नहीं हो सका है। ताजा मामले में तो धमकी एक माह से अधिक पूर्व दी गई मगर मामला अभी साइबर थाने में दर्ज किया गया है। धमकी देने वाले का नाम पता भी नहीं हैं। साइबर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है मगर उसमें भी पूरी गोपनीयता बरती जा रही है। मीडियाकर्मियों ने जब घटनाक्रम के बारे में जानना चाहा तो पुलिस वाले खुद सवाल करते दिखे कि सूचना लीक कहां से हुई।
कहने वाले तो कह रहे कि हेमन्त सोरेन की लोकप्रियता से घबराये लोगों की यह साजिश हो सकती है। मगर पुलिस अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। टाटीसिलवे में सिरकटी लाश मिलने को लेकर भाजपा ने पांच जनवरी को विरोध प्रदर्शन का एलान किया था। उसी क्रम में रांची के किशोरगंज चौक पर मुख्यमंत्री के काफिले पर हमले की घटना घटी थी। उस घटना के अगले दिन ही मुख्यमंत्री को मेल भेजकर हत्या की धमकी दी गई। सिर्फ मुख्यमंत्री ही नहीं पुलिस महानिदेशक एमवी राव को भी हत्या की धमकी दी गई है।
ई मेल से मिली इस धमकी के बाद मुख्यमंत्री आवास में तैनात विशेष शाखा के दरोगा मोहम्मत तंजील खान के बयान पर रांची के साइबर थाना में 2 /21-धारा500/506/507(ए) भादवि और आइटी एक्ट की धारा 66( सी)/153 व 66 (डी ) के तहत मामला दर्ज किया गया है। बता दें कि इसके पूर्व पिछले साल 17 जुलाई को भी जर्मनी और स्वीट्जरलैण्ड के सर्वर का इस्तेमाल करते हुए अलग-अलग मेल से उन्हें हत्या की धमकी देने को लेकर साइबर थाना में मामला दर्ज किया गया था। उस समय पुलिस उत्साह में बता रही थी कि अपराधियों के करीब पुलिस पहुंच चुकी है। मगर अब तक किसी नतीजे पर पुलिस नहीं पहुंच सकी है। दोनों देशों से मदद मांगने के बावजूद मेल के आइपी एड्रेस तक पुलिस नहीं पहुंच सकी है।