कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सोमवार शाम को पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक है। राहुल गांधी के अपने पद से त्यागपत्र देने की घोषणा के बाद यह उनकी पहली मुलाकात होगी।
यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब कांग्रेस में राहुल गांधी की भविष्य की भूमिका पर रहस्य बना हुआ है और कई स्तरों पर पद से त्यागपत्र देने वालों की झड़ी लगी हुई है।
बैठक में ये रहेंगे मौजूद
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी सोमवार शाम गांधी के साथ बैठक में मौजूद रहेंगे।
क्या है एजेंडा?
राहुल की इस बैठक का एजेंडा हालांकि साफ नहीं हो सका है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि इसमें कांग्रेस को हाल में संपन्न लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार, खासकर हिंदी पट्टी में मिली पराजय को लेकर गहन मंथन किया जाएगा। विशेषकर उन राज्यों के संदर्भ में जहां वह पिछले दिसंबर महीने में विधानसभा चुनाव जीतकर सत्ता में आई थी।
गौरतलब है कि कांग्रेस कार्यसमिति की 25 मई को हुई बैठक में गांधी ने अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया था। उन्होंने इस बात पर नाराजगी जाहिर की थी कि गहलोत और कमलनाथ ने अपने बेटों को पार्टी से आगे रखा।
बैठक में होगा राहुल को मनाने का प्रयास
माना जा रहा है कि इस बैठक में राहुल को मनाने की कोशिश होगी। दरअसल इन नेताओं ने राहुल के इस्तीफे की पेशकश के बाद से ही उनसे मिलने का समय मांगा था, जिसके लिए राहुल गांधी अब तैयार हुए हैं। हालांकि राहुल साफ कर चुके हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ने के उनके फैसले पर वो दृढ़ हैं।
दूसरी ओर पंजाब से आने वाले वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने अपनी पार्टी के मुख्यमंत्रियों से अपील की है कि वो इस्तीफा लेकर राहुल गांधी से मिलने जाएं। बाजवा ने कहा कि पार्टी नेतृत्व पर भरोसा जताते हुए सभी वरिष्ठ नेताओं को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए ताकि राहुल खुल कर पार्टी में बदलाव कर सकें।