नेपाल की कार्यवाहक प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने कहा कि सरकार ‘जेन जेड’ विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्रों सहित 74 व्यक्तियों की मौत के पीछे जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रधानमंत्री पद ग्रहण करने के बाद, टीवी पर प्रसारित अपने पहले संबोधन में कार्की ने कहा कि सरकार ने आगामी पांच मार्च को संसदीय चुनाव कराने की प्रक्रिया पहले ही शुरू कर दी है। ‘जेन जेड’ उस पीढ़ी को कहा जाता है, जो 1997 से 2012 के बीच पैदा हुई है।
प्रधानमंत्री कार्की ने देश के सभी वर्गों से कानून व्यवस्था बनाए रखने और स्वतंत्र, निष्पक्ष तथा पारदर्शी चुनाव संपन्न कराने के लिए अनुकूल वातावरण बनाने में सहयोग करने की अपील की।
कार्की ने स्पष्ट किया कि वर्तमान सरकार को संविधान संशोधन या शासन प्रणाली में बदलाव करने का जनादेश नहीं है। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों पर नयी संसद ही संवैधानिक प्रक्रिया के तहत निर्णय लेगी।
संविधान में संशोधन और शासन प्रणाली में बदलाव ‘जेन जेड’ आंदोलनकारियों की प्रमुख मांगों में शामिल हैं।
कार्की ने यह भी कहा कि सरकार भ्रष्टाचार समाप्त करने, सुशासन सुनिश्चित करने और जन अपेक्षाओं के अनुरूप सेवाओं में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है।
कार्की (73) ने 12 सितंबर को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद यह पद संभाला।