पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) को कथित आतंकी गतिविधियों में शामिल और उसको प्रतिबंधित करने के बाद इस मुद्दे पर कांग्रेस ने बयान जारी किया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव जयराम रमेश ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी किसी भी तरह की सांप्रदायिकता के खिलाफ है। उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी उन सभी विचारधाराओं और संस्थाओं के खिलाफ है जो समाज का ध्रुवीकरण करने के लिए धर्म का दुरुपयोग करते हैं और धर्म के नाम पर नफरत, कट्टरता और हिंसा फैलाने को बढ़ावा देते हैं।
रमेश ने कहा, "कांग्रेस हमेशा से सभी प्रकार की सांप्रदायिकता के खिलाफ रही है चाहे वह बहुसंख्यक हो या अल्पसंख्यक इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।"
कांग्रेस महासचिव ने आगे कहा, "कांग्रेस की नीति हमेशा उन सभी विचारधाराओं और संस्थानों से लड़ने की रही है जो हमारे समाज का ध्रुवीकरण करने के लिए धर्म का दुरुपयोग करती हैं। जो धर्म का दुरुपयोग पूर्वाग्रह, नफरत, कट्टरता और हिंसा फैलाने के लिए करते हैं।
बता दें कि पीएफआई से कथित रूप से जुड़े 150 से अधिक लोगों को मंगलवार को सात राज्यों में छापेमारी में हिरासत में लिया गया था। जिनके ऊपर कथित तौर पर हिंसा में शामिल होने और आईएसआईएस जैसे वैश्विक आतंकवादी समूहों के साथ के संबंध होने का आरोप है। जिसके कारण पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया को पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया।
वहीं, इस मुद्दे पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का बयान आ गया है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, "हालांकि मैंने हमेशा पीएफआई के दृष्टिकोण का विरोध किया है और लोकतांत्रिक तरीके का समर्थन किया है, लेकिन पीएफआई पर इस लगाये गए प्रतिबंध का समर्थन नहीं किया जा सकता है।"
उन्होंने आगे कहा इस संगठन पर इस तरह का कठोर प्रतिबंध खतरनाक है, क्योंकि यह उन सभी मुसलामानों पर प्रतिबंध है जो अपने मन की बात कहना चाहता है। जिसके कारण भारत के किसी भी मुसलमान को पीएफआई के नाम पर गिरफ्तार किया जा सकता है।