प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और बल्लभगढ़ मुजेसर मेट्रो को हरी झंडी दिखाई। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि पीएम मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री ने राज्य में ‘आधे-अधूरे’ एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया है, यह लोगों की जान जोखिम में डालने वाला कदम है। प्रधानमंत्री को इस परियोजना की तत्काल जांच करानी चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि तीसरे पक्ष के कंसल्टैंट ने पूर्णता प्रमाण-पत्र देने से इनकार कर दिया है और हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम (एचएसआईआईडीसी) ने दुर्घटना की अपनी जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है।
उन्होंने सवाल किया, 'अधूरे केएमपी के उद्घाटन का कारण क्या चुनाव के मद्देनजर खुद की तारीफ और हाइवे बनाने वाली प्राइवेट कंपनी को फायदा पहुंचाना है?’ कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कई बार डेडलाइन गुजरने के बाद यह एक्सप्रेसवे 15 साल में बनकर तैयार हुआ है। हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि एक्सप्रेस-वे के एक बार खुलने के बाद दिल्ली में प्रवेश करने वाले ट्रकों की संख्या में कमी आएगी जिससे शहर के प्रदूषण के स्तर में कमी आएगी।
यहां से होकर गुजरेगा एक्सप्रेस-वे
केएमपी एक्सप्रेस-वे हरियाणा में पांच जगहों से होकर गुजरेगा। ये पांच जगहें हैं- सोनीपत, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात और पलवल। इस एक्सप्रेस-वे की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इससे चार बड़े नेशनल हाइवे जुड़ते हैं- एनएच-1(दिल्ली-अंबाला-अमृतसर), एनएच-2 (दिल्ली-आगरा-वाराणसी-दनकुनी), एनएच-8 (दिल्ली-जयपुर-अहमदाबाद-मुंबई) और एनएच-10 (दिल्ली-हिसार-फजिल्का-भारत पाक सीमा)। इस एक्सप्रेसवे में आठ छोटे और छह बड़े पुल, चार रेलवे ओवरब्रिज तथा 34 अंडरपास हैं। एक्सप्रेस वे की कुल लंबाई 135 किलोमीटर है।